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तीन दिन बाद मौसम में सुधार, बालटाल के रास्ते से अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू
By Deshwani | Publish Date: 1/7/2018 12:45:58 PM
तीन दिन बाद मौसम में सुधार, बालटाल के रास्ते से अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू

श्रीनगर। मौसम में सुधार होने के बाद आज अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के चौथे जत्थे को रवाना किया गया। इस जत्थे में करीब 3 हजार यात्री शामिल हैं। बालटाल से मौसम साफ होने के बाद जत्ते को रवाना किया गया है। तीन दिन लगातार बारिश के बाद आज आखिरकार मौसम खुलने के बाद यात्रियों को बेस कैंप से आगे बढ़ने की इजाजत मिली। बता दें कि जम्मू में खराब मौसम के कारण शनिवार को यहां से पवित्र अमरनाथ की यात्रा स्थगित कर दी गई थी।

 
मौसम प्रतिकूल होने की वजह से जम्मू के भगवतीनगर यात्री निवास आधार शिविर से अमरनाथ श्रद्धालुओं के नए जत्थे को यात्रा की अनुमति नहीं दी गई। इस बीच शुक्रवार को ऊधमपुर में फंसे अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को शनिवार की सुबह गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। वहीं मौसम की खराबी के चलते श्री अमरनाथ यात्रियों के भक्तों को शनिवार रियासत के प्रवेशद्वार लखनपुर में रोक लिया गया।
 
जेहलम नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर हो जाने के कारण कश्मीर विशेषकर राजधानी श्रीनगर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। लोगों को वर्ष 2014 में आई भीषण बाढ़ की त्रासदी याद आने लगी है जिसके चलते उन्होंने अपना कीमती सामान मकान की ऊपरी मंजिलों पर शिफ्ट कर लिया है।
 
जेहलम नदी कश्मीर के कई जिलों से ही नहीं, बल्कि श्रीनगर शहर के भी ज्यादातर हिस्सों से होकर गुजरती है। वर्ष 2014 में जब जेहलम का जलस्तर अचानक बढ़ा तो लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला था इसलिए शहर ने तबाही का भयानक मंजर देखा था, लेकिन अब जबकि लोगों को समय पर सूचना मिल गई है तो अपने बचाव में कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता। इसके अलावा प्रशासन भी तमाम विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि शहर में बाढ़ आने से पहले ही स्थिति को नियंत्रण में कर लिया जाएगा। वहीं श्रीनगर के निचले इलाके में पानी भर गया है। राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने हालात से निपटने के लिए अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई है।
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