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आपातकाल लोकतंत्र के लिए धब्बा के समान : प्रधानमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 26/6/2018 1:52:13 PM
आपातकाल लोकतंत्र के लिए धब्बा के समान : प्रधानमंत्री

मुंबई। आपातकाल के 43 साल पूरे होने पर भाजपा देशभर में काला दिवस मना रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपने भाषण में मौजूदा सरकार पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए आपातकाल की याद दिलाई। पीएम मोदी ने कई बिंदुओं पर सिलसिलेवार तरीके से विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने न्यायिक व्यवस्था से लेकर ईवीएम और भय के माहौल पर जवाब दिया।


पीएम मोदी ने कहा कि हर साल 26 जून को आपातकाल के उस काले दिन को याद किया जाता है, जब खुलेआम लोकतंत्र की हत्या की गई। उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता आपातकाल के दिन को काला दिवस के रूप में कांग्रेस और उसकी सरकार का विरोध करने के लिए नहीं बल्कि लोगों को उन दिनों की याद दिलाने के लिए मनाते हैं। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में कहा कि जिस पार्टी के अन्दर लोकतंत्र ना हो उनसे लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता की उम्मीद करना भी गलत है। साथ ही उन्होंने कहा कि जब-जब कांग्रेस पार्टी को और खासकर एक परिवार को अपनी कुर्सी जाने का संकट महसूस हुआ है तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया है।


साथ ही कांग्रेस कह रही है कि देश में डर का माहौल है और देश तबाह हो जाने वाला है और इसे सिर्फ हम ही बचा सकते हैं। उन्होंने आपातकाल के बाद किशोर कुमार जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यक्रम में गाने से मना किया तो उन्हें ही बैन कर दिया। लोकतंत्र को सचेत रखने के लिए इमरजेंसी को याद करना जरूरी है। उन्होंने कहा इतिहास के उस काले दिन को हर किसी को याद रखना जरूरी है।

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