नई दिल्ली। महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज गौरेगांव में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “पीएम मोदी अपने राजनीतिक गुरू लालकृष्ण आडवाणी का सम्मान नहीं करते, मैं उनका सम्मान करता हूं और आगे रखता हूं"। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि हम अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ लड़े थे, जब वह अस्पताल में भर्ती हुए तो सबसे पहले मैं देखने गया। राहुल ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में मीडिया को किसी तरह का डर नहीं था। कांग्रेस के कार्यकाल में मीडिया को खुलकर बोलने की आजादी थी, लेकिन आज डरकर बोलते हैं।
राहुल ने रैली को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के चार साल और आरएसएस पर सवाल किए। उन्होंने कहा कि लोकसभा में भाजपा के मंत्री दावा करते है कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चीन में चौबीस घंटे में 40 हजार लोगों को रोजगार मिलता है, लेकिन भाजपा के राज में 450 लोगों को रोजगार मिलता है।
राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को पार्टी का सेनापति बताते हुए कहा कि कांग्रेस कभी पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछे बिना किसी को टिकट नहीं बांटती। उन्होंने राजस्थान की रणनीति पर बात करते हुए कहा कि राजस्थान में वह शक्ति प्रोजेक्ट तैयार करना चाहते हैं। पार्टी चाहती है कि हर कार्यकर्ता की आवाज सुनी जाए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अरुण जेटली कहते हैं कि किसानों का कर्ज माफ करना उनकी पॉलिसी नहीं है। ‘मेक इन इंडिया’की बात करते हैं, लेकिन गरीब आदमी को एक पैसा नहीं देते हैं। नोटबंदी की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हंसते हुए नोटबंदी लागू कर दी, लेकिन यह नहीं सोचा कि सेना व्यापारी और गरीबों का क्या होगा।
गठबंधन की राजनीति को बल देते हुए कहा राहुल ने कहा कि गुजरात में भाजपा बचकर निकली है, लेकिन 2019 के चुनाव में विपक्ष मिलकर चुनाव हराएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री की आवाज में घबराहट है, लेकिन मेरी आवाज में घबराहट नहीं क्योंकि मैं सच्चाई का सिपाही हूं।