ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राष्ट्रीय
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए : कांग्रेस
By Deshwani | Publish Date: 9/6/2018 7:48:06 PM
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए : कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़े मामले को गंभीरता से लेकर इसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए और इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुलिस ने दो दिन पहले पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और उन्हें नक्सली बताकर न्यायालय में पेश किया गया था। पुलिस ने इनमें से एक के पास से एक पत्र बरामद होने का दावा किया है जिसमें राजीव गांधी हत्याकांड जैसी घटना को अंजाम देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने का संकेत दिया गया है।

 
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का आरोप है कि गिरफ्तार किये गये सभी लोग दलित हितों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता है और उन्हें नक्सली बताकर फंसाया जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा संवेदनशील मामला है और इसे बहुत गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इसकी बारीकी से जांच होनी चाहिए। कांग्रेस आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद की पीड़ा को बखूबी समझती है। पार्टी ने महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सरदार बेअंत सिंह, विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल और अन्य कई नेताओं का बलिदान दिया है।
 
प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री रामदास अठावले कहते हैं कि दलित हितों के लिए काम करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है और महाराष्ट्र सरकार उन्हें माओवादी करार दे रही है। इस मामले में सच्चाई क्या है यह सबके सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। भीमापुर गांव में हर साल लोग शांतिपूर्णढंग से शौर्य दिवस मनाते हैं। यह कार्यक्रम वहां वर्षों से हर साल आयोजित किया जाता रहा है। यदि केंद्रीय मंत्री सही बोल रहे हैं तो दलितों हितों के लिए काम करने वाले लोगों को फंसाया नहीं जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS