राष्ट्रीय
गीता का ''स्वयंवर'' आज, एक को वह अपना जीवनसाथी चुनेगी
By Deshwani | Publish Date: 7/6/2018 12:33:27 PMनई दिल्ली। पाकिस्तान से भारत लौटी गीता का इंदौर में आज गीता का 'स्वयंवर' रचाया जाएगा। गीता को जीवनसंगिनी बनाने के लिए देशभर से कई युवकों ने कोशिश की थी, लेकिन मौका मिला है सिर्फ 14 को। इनमें से एक को वह अपना जीवनसाथी चुनेगी। दो दिनों के आयोजन के पहले दिन छह लड़के और दूसरे दिन गीता आठ लड़कों से मुलाकात करेगी। गीता अपने जीवन की डोर जोड़ने के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर ही नहीं, सरकारी और निजी कंपनी में नौकरी करने वालों के साथ ही किसान और होटल में काम करने वाले युवक भी लालायित हैं।
माता-पिता की तलाश नहीं हो पाने पर गीता ढाई साल से स्कीम 71 के मूक-बधिर संगठन में रह रही है। इस बीच उसके माता-पिता की तलाश जारी है। दो दर्जन से ज्यादा दंपतियों ने उसके माता-पिता होने का दावा किया, लेकिन कोई भी उसे बेटी साबित नहीं कर पाया। इस बीच उसके लिए दूल्हा ढूंढने का सिलसिला शुरू हो गया है। विदेश मंत्रालय से हरी झंडी मिलने पर फेसबुक पर वर तलाशने की पोस्ट शेयर की गई।
'स्वयंवर' के समय गीता की पसंद अंतिम होगी। वर तलाशी के बीच महाराष्ट्र के एक दंपती ने गीता के माता-पिता होने का दावा किया है। उन्होंने अपना नाम रमेश सोलसे और पत्नी का नाम आशा बताया है। वो नासिक की डिंडोरी तहसील के पालखेड़ बंधारा गांव के रहने वाले हैं वो पत्नी की तस्वीर साथ लाए थे, जिसका चेहरा गीता से मिलता-जुलता नजर आया। उन्हें पत्नी को लेकर आने के लिए कहा गया है इसके बाद दोनों का डीएनए टेस्ट होगा।