नई दिल्ली। पूरे देश में एक सप्ताह से लोगों में आंधी-तूफान का डर इस तरह समा गया है कि लोग हर समय सोचने को मजबूर था। इसी बीच कल दोपहर देश के कई राज्यों में मौसम ने फिर से रोद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। मौसम के कहर से देश के अलग-अलग हिस्सों में 4 बच्चों सहित 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब दर्जनों लोग घायल हुए हैं। ये मौतें उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में हुई हैं।
दिल्ली-एनसीआर समेत समूचे उत्तर भारत और दक्षिण भारत के साथ पश्चिम भारत में कई स्थानों पर शाम होते ही आसमान में धूल भरे बादल उमड़ आए। दिल्ली के आसपास के इलाकों में शाम 5 बजे ही अंधेरा छा गया। तेज हवाओं के कारण कई जगहों पर पेड़ टूटकर गिर गए। आंधी-अंधड़ से यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ।
आंधी की वजह से शहर में जगह-जगह कई पेड़ गिर गए। नजफगढ़, ट्रांजिट कैंप, नेहरु प्लेस, उत्तम नगर के मोहन गार्ड, पालम के राजनगर में दीवार ढह जाने की घटनाएं सामने आईं। इन दुर्घटनाओं में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई और करीब 18 लोग घायल हुए हैं।
दिल्ली हवाई अड्डे पर विमान परिचालन आंधी के कारण थम सा गया। कम से कम 40 उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया और दो दर्जन से अधिक उड़ानों में देरी हुई। दिल्ली मेट्रो में बिजली के ओवरहेड तार पेडों के गिर जाने कारण वायलेट और ब्लू लाइनों पर कई स्टेशनों पर दिल्ली मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुईं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम के अनुसार वायलेट लाइन पर सरिता विहार और एस्कार्ट मुजेसर के बीच तथा नेहरु और कश्मीरी गेट के बीच सेवाएं पांच बजे से पांच बजकर 40 मिनट तक प्रभावित रहीं।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आज आई आंधी में 18 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 अन्य घायल हो गए। कासगंज में पांच, बुलंदशहर में तीन, गाजियाबाद और सहारनपुर में दो दो तथा इटावा, कन्नौज, अलीगढ, संभल, हापुड और नोएडा में एक एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है। उन्होंने बताया कि संभल में 13 लोग घायल हुए जबकि औरैया में पांच और बुलंदशहर में दो तथा कासगंज, कन्नौज, हापुड, नोएडा, सहारनपुर में एक एक व्यक्ति घायल हुआ है।
बुलंदशहर में बिजली गिरने से 10 झोपड़ियों में आग लग गई। गाजियाबाद में लाल कुआं में शिव मंदिर के पास एक पड़े गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 4 अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी संबद्ध जिलाधिकारियों और आयुक्तों को निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मुहैया करायी जाये और घायलों के उपचार की व्यवस्था की जाए।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि इस आंधी तूफान से बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, फैजाबाद, सुल्तानपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, मऊ, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, प्रतापगढ़, इलाहबाद, संतरविदास नगर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर और सोनभद्र जिले प्रभावित हो सकते हैं. रामपुर के जिलाधिकारी ने मौसम को देखते हुए सोमवार को सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं।
पिछले सप्ताह बुधवार, 9 मई को राज्य के कई इलाकों में जबरदस्त आंधी-तूफान के चलते 18 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 27 अन्य घायल हो गये थे। इटावा में पांच लोगों की मौत, मथुरा, अलीगढ़ और आगरा में तीन-तीन लोगों की मौत, फिरोजाबाद में दो की तथा हाथरस और कानपुर देहात जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और कडपा जिले में बिजली गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। श्रीकाकुलम जिले में सात लोगों की मौत हो गई जबकि कडपा जिले में दो लोगों की मौत हुई और तीन घायल हो गए। श्रीकाकुलम के विभिन्न हिस्से में दोपहर के बाद बारिश हुई और वज्रपात हुआ।
बंगाल में कल दोपहर आंधी तूफान के साथ जोरदार बारिश हुई और कई जगह बिजली गिरने से पांच किशोरों सहित 10 लोगों की मौत हो गई। हावड़ा जिले के उलबेरिया में बिजली गिरने से चार किशोरों की मौत हो गई इसके अलावा नादिया और पश्चिम मिदनापुर जिले में दो-दो लोगों की मौत हो गई और मुर्शिदाबाद में एक व्यक्ति की मौत हो गई।