बीजापुर। कर्नाटक में चुनाव प्रचार अंतिम दौर में पहुंच गया है। सभी राजनीतिक दल के स्टार प्रचारक वोटरों को लुभाने में कोई कसर छोड़ने के मूड मे नहीं है। इस बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज बीजापुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने इंदिरा कैंटीन शुरू की, जिसके तहत 10 रुपये में खाना मिलता है। केंद्र की मोदी सरकार कर्नाटक के साथ भेदभाव कर रही है। कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने कर्नाटक को नंबर वन बनाया है। सोनिया गांधी ने कहा कि जिन राज्यों में सूखा पड़ा, उनको केंद्र की मोदी सरकार ने करोड़ो रुपये दिया, लेकिन कर्नाटक के साथ भेदभाव किया।
सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी जी को इस बात का गर्व है कि वह बहुत अच्छा भाषण देते हैं। वे अभिनेता की तरह भाषण देते हैं। अगर उनके भाषण से देश का पेट भर सकता है तो वो और भी भाषण दें। लेकिन केवल भाषण से देश का पेट नहीं भर सकता। इसके लिए दाल-चावल चाहिए। सोनिया गांधी ने कहा कि आज महंगाई आसमान छू रही है। लेकिन इन सबकी परवाह न करते हुए मोदी सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस की कीमते लगातार बढ़ा रही है। देश ये देखकर हैरान है कि पीएम जहां भी जाते हैं गलत ही बोलते हैं। इतिहास का अपमान करते हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से मदद नहीं मिलने के बावजूद सिद्धारमैया सरकार ने किसानों के कर्ज को माफ किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार लगातार विकास का काम कर रही है, लेकिन मोदी सरकार इनको खत्म करने का काम किया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मोदी पर कांग्रेस मुक्त भारत जुनून है और कांग्रेस मुक्त भारत का भूत लगा है। वो कांग्रेस को तो छोड़ियो वो किसी को भी अपने आगे बर्दााश्त नहीं कर सकते हैं।दें।
उन्होंने कहा कि मोदी जहां जाते हैं, वहां गलत ही बोलते हैं और हमारे महापुरुषों का अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि क्या एक प्रधानमंत्री को ऐसा शोभा देता है। इस बीच सोनिया ने सवाल किया कि मोदी सरकार ने चार साल पहले जो वादा किया था, वो कौन सा वादा पूरा किया। मोदी सरकार ने किसानों के लिए क्या किया? मोदी ने महिलाओं, बच्चों और दलितों की सुरक्षा के लिए आखिर क्या किया है?
सोनिया ने कहा कि आज महंगाई आसमान छू रही है। हर तबके के लोगों को मुसीबत झेलनी पड़ रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मोदी सरकार इनकी परवाह नहीं कर रही है और लगातार पेट्रोल, गैस की कीमतें बढ़ाती जा रही है। इसके बावजूद भी कर्नाटक सरकार लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कोशिश कर रही है।