नई दिल्ली। कर्नाटक में चुनाव प्रचार इस समय अपने चरम पर है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के तूफानी दौरे पर हैं। वे लगातार चुनावी सभाएं कर रहे हैं। अब इस चुनावी समर में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कूद पड़ी हैं। सोनिया गांधी 8 मई को यहां एक रैली को संबोधित करेंगी। खास बात ये हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और सोनिया गांधी एक ही जिले में एकदूसरे के खिलाफ चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगी। सोनिया गांधी करीब डेढ़ साल बाद चुनाव प्रचार के लिए निकली हैं।
कर्नाटक में 12 मई को मतदान होगा। ज्यादा से ज्यादा वोटरों को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए मुख्य राजनीतिक दल सत्तारूढ़ कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस ने चुनाव प्रचार को धार देते हुए तूफानी दौरा शुरू कर दिया है। पिछले दो दिनों से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा बीजेपी के तमाम दिग्गज कर्नाटक में डेरा डाले हुए हैं। नरेंद्र मोदी एक दिन में 4-4 चुनावी रैलियां कर रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी समेत 40 नेताओं की टीम अलग-अलग जगहों पर रैलियां, जनसंपर्क और रोडशो कर रही है।
कांग्रेस ने भी अपने 40 स्टार प्रचारकों को यहां मैदान में उतारा हुआ है। अब खुद सोनिया गांधी भी यहां चुनाव प्रचार करने आ रही हैं। उनका 8 मई, मंगलवार को कर्नाटक का दौरा करने का कार्यक्रम है। सेहत ठीक नहीं होने के कारण वे काफी लंबे समय से चुनावी गतिविधियों से खुद को दूर रखे हुए थीं। पंजाब, गोवा, गुजरात, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय में भी वे चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हुईं। चूंकि कर्नाटक कांग्रेस के लिए नाक की लड़ाई है। अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के लिए कर्नाटक में जीत एक संजीवनी बूटी का काम करेगी।
यहां कांग्रेस सत्ता में भी है। इसलिए खुद सोनिया गांधी यहां प्रचार के लिए आ रही हैं। अगस्त 2016 में वाराणसी में एक रोडशो के दौरान वह बीमार हो गई थीं। बीमारी के कारण उन्हें यह रोडशो बीच में ही छोड़ना पड़ा। तभी से वह किसी भी तरह की चुनावी गतिविधियों से खुद को दूर रखे हुए हैं। सोनिया गांधी कर्नाटक में 7 से 10 मई तक दक्षिणी कर्नाटक और बेंगलुरु के आसपास चुनाव प्रचार करेंगी।