पत्रकार जे डे हत्याकांड: अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन समेत 9 आरोपियों को उम्रकैद , जिग्ना वोरा-पॉलसन बरी
मुंबई। पत्रकार जे डे मर्डर मामले में सात साल बाद मुंबई मकोका कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन सहित 9 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने 11 आरोपियों में से 9 को दोषी करार दिया, वहीं पत्रकार जिगना वोरा और जोसेफ पॉल्सन को बरी कर दिया। जज समीर अजकर की कोर्ट में अभियोजन पक्ष ने कहा था कि जे डे की हत्या राजन के इशारे पर की गई थी। दोषियों में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के अलावा सतीश कालिया (शूटर), अभिजीत शिंदे, अरुण डाके, सचिन गायकवाड, अनिल वाघमारे, निलेश शेडगे, मंगेश अगावने और दीपक सिसौदिया हैं। दोषियों की सजा का फैसला आज शाम 5 बजे तक हो सकता है। बता दें कि 7 साल पहले (जून 2011 में) राजन के इशारे पर उसके गुर्गों ने जे. डे. को दिन दहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया गया था। मिड डे अखबार के तत्कालीन इन्वेस्टिगेटिव एडिटर ज्योतिर्मय डे मुंबई के घाटकोपर से अपनी मां से मुलाकात कर पवई लौट रहे थे, तभी हीरानंदानी इलाके में बाइक सवार शूटर्स ने सरेआम जे. डे. पर एक के बाद एक 5 गोलियां चलाकर मौत के घाट उतार दिया।
इस मामले की शुरुआती जांच मुंबई पुलिस और मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। लेकिन राजन की गिरफ्तारी के बाद यह केस भी सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया। सीबीआई को केस ट्रांसफर होने से पहले मुंबई क्राइम ब्रांच ने अदालत में 2 चार्जशीट दायर की थी। मामले में कुल 12 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें से एक आरोपी विनोद आसरानी उर्फ विनोद चेम्बुर की मौत हो चुकी है।
11 जून 2011 को हुए पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पिछले सात साल से सुनवाई चल रही थी। इस बीच साल 2015 में छोटा राजन को इंडोनेशिया से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद इस केस में सुनवाई तेज हुई. दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद छोटा राजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मकोका कोर्ट में पेश होता रहा है।
जांच एजेंसियों की मानें तो छोटा राजन जे डे की रिपोर्टिंग से नाराज था और राजन के कहने पर ही सतीश कालिया नाम के शूटर ने जे डे पर गोलियां चलाईं। जे डे की हत्या के लिए सतीश कालिया को 5 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। जिसमें से 2 लाख रुपए एडवांस दिए गए और बाकी के 3 लाख रुपए हत्या को अंजाम देने के बाद दिए जाने थे।
चार्जशीट के मुताबिक, वारदात के दिन जिस बाइक पर सतीश कालिया बैठा था, उसे अरुण डाके चला रहा था। एक दूसरी बाइक मंगेश आगवाने चला रहा था, उस पर अनिल वाघमारे बैठा था। तीसरी बाइक को अभिजीत शिंदे चला रहा था, उस पर पीछे नीलेश शेडगे बैठा था. सचिन गायकवाड नामक अन्य आरोपी जीप से जे डे का पीछा कर रहा था। आरोप था कि नैनीताल के रहनेवाले दीपक सिसौदिया ने छोटा राजन के कहने पर सतीश कालिया को गोलियां और रिवॉल्वर दी थीं। जबकि पॉल्सन जोसेफ नामक आरोपी ने सतीश कालिया को ग्लोबल रोमिंग कार्ड्स और सुपारी के एडवांस पेमेंट के तौर पर दो लाख रुपए दिए. इसी ग्लोबल रोमिंग कार्ड से पत्रकार जिग्ना वोरा और छोटा राजन की दो बार बात भी करवाई गई थी।