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सीताराम येचुरी फिर बने माकपा के महासचिव, 2015 में संभाला था यह पद
By Deshwani | Publish Date: 22/4/2018 4:19:41 PMहैदराबाद। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अपनी 22वीं पार्टी कांग्रेस में सीताराम येचुरी को सर्वसम्मति से पुन: अपना महासचिव चुन लिया। यह सम्मेलन पांच दिनों से चल रहा है। इस पद के लिये दूसरी बार उनके चयन को वाम दल की हाल ही में चयनित 95 सदस्यीय केंद्रीय समिति ने स्वीकृति दी।
नवनिर्वाचित केंद्रीय कमेटी की पहली बैठक में चेयुरी, प्रकाश करात, बिमन बसु, बृंदा करात, माणिक सरकार, पिनारायी विजनयस सुभाषिणी अली तथा बीवी रागावुलू समेत 17 लोगों को पोलित ब्यूरो के लिए चुना गया। इससे पहले 20 नये सदस्यों के साथ केंद्रीय समिति के 95 सदस्य चुने गये। समित में 17 महिलाओं को स्थान मिला है।उत्तराखंड राज्य समिति के सचिव राजिन्द्र नेगी तथा छत्तीसगढ राज्य समिति के सचिव संजय पराटे को स्थायी आगंतुक बनाया गया है।
येचुरी ने वर्ष 2015 में विशाखापत्तनम में संपन्न 21वीं पार्टी कांग्रेस में प्रकाश करात का स्थान लिया था और पार्टी महासचिव बने थे। 1978 में उन्हें एसएफआई के अखिल भारतीय संयुक्त सचिव के रूप में निर्वाचित किया गया और एसएफआई के अखिल भारतीय प्रेसिडेंट बने। वह एसएफआई के पहले अध्यक्ष थे जो केरल या बंगाल से नहीं थे उन्होंने 1986 में एसएफआई छोड़ा। 1984 में वह सीपीआई (एम) की केंद्रीय समिति के लिए चुने गए। जुलाई 2005 में वे पहली बार पश्चिम बंगाल राज्यसभा के सदस्य बने।