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भाजपा के दोस्ती के प्रस्ताव पर बोली शिवसेना- हमारी रणनीति में नहीं होगा बदलाव
By Deshwani | Publish Date: 8/4/2018 7:22:54 PM नई दिल्ली। शिवसेना को शांत करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रयासों और प्रस्ताव के बावजूद पार्टी ने कहा कि चुनावों में ‘अकेले उतरने ’ की उसकी रणनीति में कोई बदलाव नहीं होगा। पार्टी ने कहा कि हम अपने दम पर महाराष्ट्र की सत्ता में लौटेंगे। शिवसेना ने आरोप लगाया कि भाजपा की एक नीति है कि पहले वह अपने सहयोगियों का राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करती है और बाद में उन्हें निकाल फेंकती है।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई ने जनसभा में कहा कि भाजपा ने अचानक अपना सुर बदल लिया है और अब वह राजग में अपने सहयोगियों के बारे में बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि हमेशा अपने दम पर सत्ता में आने का दावा करने वाली मोदी सरकार को अब अपने दोस्तों की याद आ रही है। शिवसेना नेता ने कहा कि पार्टी प्रमुख कह चुके हैं कि हम अकेले चुनाव लड़ेंगे और सभी कार्यकर्ताओं को इस लक्ष्य की दिशा में काम करना चाहिए। देसाई ने कहा कि भाजपा ने गोवा में उन्होंने अपनी जड़ें जमाने के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) का उपयोग किया और महाराष्ट्र में उन्होंने शिवसेना की मदद से अपना आधार बढ़ाया लेकिन हमारी पार्टी एमजीपी नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल शिवसेना ही नहीं, बल्कि पूरा देश भाजपा का अहंकार देख रहा है।
बता दें कि शाह ने छह अप्रैल को कहा था कि भाजपा को इस बात की उम्मीद है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना राजग में बने रहेगी। उन्होंने कहा था कि पार्टी अभी भी हमारे साथ सरकार में हैं, यह हमारी प्रबल इच्छा है कि वह हमारे साथ बने रहें। शाह ने कहा था कि 2019 में भी हम राजग की सरकार बनायेंगे और भाजपा बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी । शिवसेना ने जनवरी में घोषणा की थी कि आगामी लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पार्टी भाजपा के साथ नहीं लड़ेगी और अकेले मैदान में उतरेगी । महाराष्ट्र तथा केंद्र की भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में पार्टी शामिल है लेकिन दोनों सरकारों की नीतियों और फैसलों की पार्टी अक्सर आलोचना करती रहती है।