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चीन ने भारतीय पेट्रोलिंग का किया विरोध, बढ़ा तनाव
By Deshwani | Publish Date: 8/4/2018 5:15:49 PM
चीन ने भारतीय पेट्रोलिंग का किया विरोध, बढ़ा तनाव

 नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच की दूरियां कम होती दिखाई नहीं दे रही है। डोकलाम विवाद के बाद अब अरुणाचल मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार चीनी सेना ने पिछले महीने अरुणाचल प्रदेश के असफिला क्षेत्र में भारतीय सेना के अतिक्रमण का विरोध किया था। जिसे भारतीय सेना ने खारिज कर दिया था।

 
सूत्रों के अनुसार चीन ने 15 मार्च को इस मुद्दे को बॉर्डर पर्सनेल मीटिंग के दौरान उठाया, लेकिन भारतीय सेना ने इसे खारिज करते हुए कहा कि अरूणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी क्षेत्र का इलाका भारत का है और वह वहां नियमित गश्त करता है। असाफिला क्षेत्र में भारतीय सेना के गश्त पर चीन की ओर से विरोध हैरान करने वाला है। अतीत में इलाके में चीनी घुसपैठ की कई घटनाएं हुई जिन्हें भारतीय पक्ष ने गंभीरता से उठाया। सूत्रों के अनुसार बीपीएम तंत्र के तहत दोनों पक्ष अतिक्रमण की किसी भी घटना पर अपना विरोध दर्ज कर सकते हैं क्योंकि दोनों देशों के बीच एलएसी को लेकर अलग-अलग नजरिया है ।  
 
चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के प्रतिनिधिमंडल ने खास तौर पर भारतीय सैनिकों द्वारा असाफिला में सघन गश्त का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह के ‘‘उल्लंघन ’’ से इलाके में दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ सकता है। भारतीय सेना ने कहा कि उसके सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा ( एलएसी ) के बारे में अवगत हैं और सेना एलएसी तक गश्त जारी रखेगी। चीनी सेना ने पिछले असाफिला में फिशटेल - एक के निकट बड़े पैमाने पर भारतीय गश्त का जिक्र किया था भारतीय और चीनी सैनिकों ने सीमा पर तनाव बढ़ाने वाले मुद्दों के समाधान के लिए बीपीएम का आयोजन किया था।
 
बता दें कि चीन ने बीपीएम में भारतीय सेना पर तूतिंग में सड़क निर्माण के उसके उपकरण को भी क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया। यह घटना तब हुई जब सड़क निर्माण से जुड़ा दल भारत के विरोध के बाद अपना उपकरण वहां छोड़कर चला गया था। भारतीय सेना ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि डोकलाम गतिरोध के बाद एलएसी के पास किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए युद्धाभ्यास तेज कर दिया है। सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 
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