नई दिल्ली। मोदी सरकार का हिस्सा रही तेलगू देशम पार्टी ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कल तक अविश्वास प्रस्ताव पर समर्थन की बात करने वाली टीडीपी ने आज ऐलान कर दिया कि वह खुद मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। एएनआई के मुताबिक, टीडीपी यानी तेलगू देशम पार्टी के सांसद थोटा नरसिम्हन ने कहा कि हमारी पार्टी आज संसद में अविश्वास प्रस्वात जारी करेगी। हमने यह फैसला ले लिया है। हम अब एनडीए से अलग हैं। इससे कुछ देर पहले अमरावती में टीडीपी की पोलित ब्यूरो की बैठक में चंद्रबाबू नायडू से बातचीत के बाद तेलगू देशम पार्टी यानी टीडीपी ने एनडीए यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है। यानी अब टीडीपी, एनडीए गठबंधन से पूरी तरह से आजाद हो चुकी है।
टीडीपी नेता सीएम रमेश, थोडा नरसिम्हन, रवींद्र बाबू और अन्य नेताओं ने दिल्ली में मीडिया को संबोधित किया। एनडीए से अलग होने के बाद टीडीपी ने बीजेपी का मतलब बताया कि बीजेपी यानी ब्रेक जनता पार्टी। हालांकि, यहां कहा गया है कि टीडीपी पार्टी सोमवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
वहीं, आंध्र प्रदेश के मंत्री केएस जवाहर ने कहा कि बीजेपी ने हमे धोखा दिया है। इस बार भी वो ऐसा करने में सफल हुई है। हम लोग संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। बता दें कि गुरुवार को टीडीपी और सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि केंद्र में भाजपा सरकार के खिलाफ जो भी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लाएगी, हम उसका समर्थन करेंगे। मगर आज खुद पार्टी इसकी तैयारी कर चुकी है। इससे पहले वाईएसआरसी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की थी।
गुरुवार को आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ और केंद्र में सत्तासीन राजग गठबंधन में सहयोगी तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने कहा कि वह आंध्र प्रदेश के हित में केंद्र में भाजपा नीत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के साथ अन्याय किया है। तेदेपा प्रमुख और मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य विधानसभा में यह बात कही। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी वाईएसआर कांग्रेस द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस देने के कुछ घंटे बाद कही। वाईएसआर कांग्रेस ने यह कदम केंद्र के आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से मना करने के बाद उठाया है।
नायडू ने विधानसभा में कहा, ‘जो भी अविश्वास प्रस्ताव लाएगा हम उसका समर्थन करेंगे। हम उसके लिये तैयार रहेंगे और हमारे 16-17 सांसद उसका पूरी तरह समर्थन करेंगे। हम राज्य के अधिकारों के लिये जो भी लड़ेगा उसका समर्थन करेंगे।’ उनकी घोषणा इस बात के संकेतों के बीच आई है कि तेदेपा राजग से हटने पर विचार कर रही है। पार्टी ने हाल में नरेंद्र मोदी सरकार से अपने मंत्रियों को हटा लिया था।