राष्ट्रीय
उपचुनाव नतीजे: बीजेपी के मजबूत किले को भी भेद सकती है विपक्षी दलों की एकजुटता
By Deshwani | Publish Date: 15/3/2018 11:28:24 AMलखनऊ। लोकसभा की तीन सीटों के उपचुनाव के नतीजे इस बात को रेखांकित करते हैं कि विपक्षी दलों की एकजुटता बीजेपी के मजबूत किले को भी भेद सकती है। बीजेपी के रणनीतिकार 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिये उत्तर प्रदेश और बिहार पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और अब इन नतीजों से उनको अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने की जरूरत पड़ सकती है।
इन तीनों सीटों पर हार की खबर आई तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी मुख्यालय में थे। सूत्रों का कहना है कि शाह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ इस नतीजे की समीक्षा कर सकते हैं। बहरहाल, पार्टी ने इस हार को ज्यादा तवज्जो नहीं देने की कोशिश की और कहा कि इन चुनावों में लोगों ने स्थानीय मुद्दों पर वोट दिए हैं तथा केंद्र या राज्य की सरकारों की सेहत पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है।
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने भी दावा किया कि ऐसा लगता है कि मतदाता भी पराजित पार्टियों को उत्साहित करके कुछ राजनीतिक संतुलन लाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले भी उप चुनाव हारी है, लेकिन इसके बाद लगातार विधानसभा चुनाव जीती है।
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब इन दोनों सीटों के उपचुनाव के लिये प्रत्याशी घोषित हुए थे, तब सपा, बसपा और कांग्रेस समेत सभी अलग-अलग थे, लेकिन चुनाव के बीच में सपा-बसपा के बीच जो आपसी सौदेबाजी और बेमेल गठबंधन हुआ उसको समझने में कहीं ना कहीं कमी रही और अति आत्मविश्वास उसका कारण है। हम इसकी समीक्षा जरूर करेंगे।