नई दिल्ली। बुधवार को अलग-अलग मुद्दों पर कई दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा में भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया तथा बैठक शुरू होने के करीब दस मिनट के अंदर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने उच्च सदन के पूर्व सदस्य वीपी एम सामी और प्रख्यात वैज्ञानिक स्टीफन हाकिंग के निधन, छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के नौ जवानों की जान जाने और तमिलनाडु के थेनी जिले के कुरंगनी पहाड़ी पर एक स्टेशन में आग लगने से ट्रैकिंग के लिए गए नौ लोगों की मौत का जिक्र किया।
सदस्यों ने कुछ क्षणों का मौन रखकर दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और शून्यकाल के तहत मुद्दे उठाने के लिए बीजेपी के चुन्नीभाई कांजीभाई गोहेल का नाम पुकारा। गोहेल ने अपना मुद्दा उठाना शुरू किया। इसी बीच पंजाब नेशनल बैंक घोटाला, आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की मांग, कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड गठित करने की मांग जैसे कई मुद्दों को लेकर तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, तेदेपा और वाइएसआर कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ गए।
सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौटने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने सदन में हंगामे पर नाराजगी जतायी। उन्होंने सदस्यों से शून्यकाल चलने देने की अपील की लेकिन अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने 11 बज कर करीब दस मिनट पर ही बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण आरंभ हुआ लेकिन पंजाब नेशनल बैंक घोटाला, जानी मानी कुछ हस्तियों की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किए जाने, आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जे की मांग, कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड गठित करने की मांग सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे की वजह से कार्यवाही लगातार बाधित रही है। केवल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उच्च सदन में करीब एक घंटे तक महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर विशेष चर्चा हुई थी। इसके बाद सदन की बैठक लगातार बाधित ही रही।