ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राष्ट्रीय
राहुल गांधी ने कहा, यह केवल महाराष्ट्र के किसानों का मसला नहीं, पूरे देश के किसानों का है मुद्दा
By Deshwani | Publish Date: 12/3/2018 1:06:33 PM
राहुल गांधी ने कहा, यह केवल महाराष्ट्र के किसानों का मसला नहीं, पूरे देश के किसानों का है मुद्दा

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के किसानों के मामले में बोलते हुए कहा कि यह केवल राज्य के किसानों का मसला नहीं है, यह मसला पूरे देश के किसानों का है। कांग्रेस पार्टी की ओर राहुल गांधी लंबे अर्से से किसानों के मुद्दों पर अपनी बात रखते रहे हैं। एएनआई के दिए बयान में राहुल गांधी ने आज महाराष्ट्र के किसानों के आंदोलन पर अपनी बात कही है।

किसानों का रुख़ देखते हुए महाराष्ट्र सरकार भी ऐक्शन में आ गई है। किसानों की मांगों पर विचार के लिए फडणवीस सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जिसमें छह मंत्री शामिल हैं। कमेटी में चंद्रकांत पाटिल, पांडुरंग फुडकर, गिरीश महाजन, विष्णु सवारा, सुभाष देशमुख और एकनाथ शिंदे शामिल हैं। इससे पहले किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अपनी तरफ से कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन को किसानों से बातचीत करने भेजा था जिन्होंने किसानों को अश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है।

आपको बता दें कि किसानों का मोर्चा आजाद मैदान पहुंच चुका है। इस महामोर्चा में 50 हजार किसान शामिल हैं। किसानों ने आज महाराष्ट्र विधानसभा का ऐलान किया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में भी हलचल मच गई है। मोर्चे के मुंबई पहुंचते ही कई राजनीतिक पार्टियों ने इस पदयात्रा का समर्थन भी किया।

गौरतलब है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के किसान मोर्चे अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में यह विरोध मार्च मंगलवार को नासिक से मुंबई के लिए रवाना हुआ था। हाथों में लाल झंडा थामे ये किसान ऑल इंडिया किसान सभा समेत तमाम संगठनों से जुड़े हैं। इस मार्च में किसानों के साथ खेतिहर मज़दूर और कई आदिवासी शामिल हैं। इनकी प्रमुख मांगों में कर्ज़माफी ले लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करना शामिल है। किसानों का कहना है कि फडणवीस सरकार ने पिछले साल किया 34000 करोड़ का कर्ज़ माफी का वादा अब तक पूरा नहीं किया है।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS