राष्ट्रीय
श्रीश्री रविशंकर ने की मौलाना नदवी से मुलाकात, राम मंदिर निर्माण पर हुई चर्चा
By Deshwani | Publish Date: 1/3/2018 1:09:34 PMलखनऊ। ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए राम मंदिर बनाने का फॉर्मूला देने वाले मौलाना नदवी से गुरुवार को मुलाकात की। बताया जा रहा है कि बैठक का मुख्य मुद्दा राम मंदिर ही था। गौरतलब है कि मौलाना नदवी ने कुछ दिन पहले कहा था कि मुसलमानों को राम मंदिर के नाम पर जमीन छोड़ देनी चाहिए। साथ ही मस्जिद को कहीं और बनवा लेना चाहिए। मौलाना नदवी के इस बयान के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए बोर्ड से निकाल दिया था। ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 'दोनों पक्षों से अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। दोनों पक्षों ने सौहार्दपूर्ण तरीके से राम मंदिर के भव्य निर्माण को लेकर बातचीत की। मुस्लिम समुदाय से इस मुद्दे पर सद्भावना और सहयोग मिल रहा है।'
इससे पहले बुधवार को उन्होंने कहा था कि कोर्ट से राम जन्मभूमि विवाद का कोई हल नहीं निकल सकता, क्योंकि कोर्ट के फैसले से किसी एक पक्ष को हार स्वीकार करनी पड़ेगी, जो पक्ष हारेगा, वो अभी तो मान जाएगा, लेकिन कुछ समय बाद फिर बवाल शुरू हो जाएगा। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर दोनो पक्षों के बीच सुलह कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहे रविशंकर ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए वार्ता चल रही है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अवश्य होगा। श्रीश्री ने कहा कि शीघ्र ही सौहार्दपूर्ण माहौल में कोर्ट के बाहर विवाद हल होने की पूरी उम्मीद है। बुधवार के वह श्रावस्ती पहुंचे थे, जहां बौद्ध भिक्षुओं ने श्रीश्री का स्वागत किया। श्रीश्री रविशंकर ने श्रावस्ती स्थित बौद्ध मंदिर और स्तूप का भ्रमण किया। बौद्धकालीन स्मारकों के संरक्षण और रखरखाव पर वे प्रसन्न दिखे।
गौरतलब है कि ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर मंगलवार (27 फरवरी) को अचानक गोरखपुर के गोरक्षनाथ मंदिर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंच गए थे। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने श्रीश्री को अपने गुरु गोरक्षनाथ तथा दिवंगत महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर ले जाकर दर्शन कराया और करीब 1 घंटे की मीटिंग भी की। इसके पहले भी श्रीश्री अयोध्या के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में जाकर मिल चुके हैं। इस मीटिंग के बाद राम मंदिर के मुद्दे पर श्रीश्री रविशंकर ने कहा था कि मुस्लिम जमीन हिन्दुओं को दें और हिन्दू भी मुस्लिम के लिए कहीं जमीन दे देंगे। संघर्ष से काम अच्छा नहीं होता।