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कौन हैं शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती, अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के लिए की थी पहल
By Deshwani | Publish Date: 28/2/2018 11:31:46 AMनई दिल्ली। कांची पीठ के प्रमुख जयेंद्र सरस्वती का 82 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया है। शंकराचार्य की उपाधि से सुशोभित जयेंद्र सरस्वती का जीवन काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। हिन्दू धर्म के प्रचार-प्रसार में अहम रोल निभाने वाले जयेंद्र सरस्वती ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत का सिलसिला शुरू किया था। जयेंद्र सरस्वती की पहल से मुफ्त अस्पताल, शिक्षण संस्थान और बेहद सस्ती कीमत पर उच्च शिक्षा देने के लिए विश्वविद्यालय तक संचालित हैं। हालांकि हत्या का आरोप लगने के बाद जयेंद्र सरस्वती को जेल भी जाना पड़ा था।
जयेंद्र सरस्वती तमिलनाडु के कांचीपुरम नगर में स्थित कांची मठ के प्रमुख थे। कांची कामकोटी पीठ के 69वें शंकराचार्य के पद पर विराजमान होने से पहले जयेंद्र सरस्वती का नाम सुब्रहमण्यम था। वे वेदों के ज्ञाता माने जाते थे। वे करीब 65 साल तक कांची पीठ के शंकराचार्य के पद पर रहे। 1983 में जयेंद्र सरस्वती ने शंकर विजयेंद्र सरस्वती को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था।