नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल युद्धक विमान की खरीद मामले में केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ख़ामोशी से ये लगने लगा है कि दाल में अवश्य कुछ काला है, इससे घोटाले के संकेत मिलते हैं।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने फ्रांस से खरीदे गए राफेल की डील को घोटाला करार देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी इस डील को करने के लिए निजी तौर पर फ्रांस गए और उन्होंने वहां ये डील की।
राहुल गांधी ने गुरुवार को संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, 'हमने प्रधानमंत्री से तीन सवाल किए थे, लेकिन एक घंटे से भी अधिक चले भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने उन सवालों के जवाब नहीं दिए। हमने कोई मुश्किल सवाल नहीं पूछा था| प्रधानमंत्री ने कल (बुधवार को) पूरे भाषण में इन सवालों पर चुप्पी साधे रखी, ये दर्शाता है कि दाल में अवश्य कुछ तो काला है। हमने प्रधानमंत्री से तीन आसान सवाल पूछे हैं कि राफेल का दाम क्या है, क्या कैबिनेट समिति सुरक्षा की मंजूरी ली गई और सार्वजनिक क्षेत्र की हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की जगह एक प्राइवेट फर्म को क्यों काम दिया गया।'
राहुल गांधी ने कहा, 'रक्षा मंत्री ने दो अलग अलग बयान इस मामले में दिए हैं, हम कौन सा सही मानें? रक्षा मंत्री ने खुद कहा था कि राफेल विमानों की कीमत के बारे में बताया जाएगा। मगर अब वह कह रही हैं कि यह स्टेट सीक्रेट (दो देशों के बीच गुप्त डील) है, जिसे उजागर नहीं किया जा सकता। ऐसे में उनका कौन-सा बयान सही है? यह साफ है कि मामले में गड़बड़ी हुई है।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कुछ न कुछ काला है| आपने कल प्रधानमंत्री को देखा| वो मूलभूत सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं।