राष्ट्रीय
देश अपने बहादुर जवानों को खो रहे है : शशि थरूर
By Deshwani | Publish Date: 6/2/2018 3:40:06 PMनई दिल्ली । कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने बॉर्डर पर पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन पर चिंता जाहिर कर कहा है कि इसके चलते हमें अपने बहादुर जवानों को खोना पड़ा है और सीमा पर रहने वाले ग्रामीणों में भी भय व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी सेना की तरफ से सीमा पर भीमबेर गली सेक्टर में की गई गोलाबारी में सेना के एक अफसर समेत चार सैनिक कैप्टन कपिल कुंडू, राइफलमैन राम अवतार, राइफलमैन शुभम सिंह और हवलदार रोशन लाल शहीद हो गए थे।
इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा, 'सीमापार से सीजफायर उल्लंघन के चलते हमें देश के बहादुर जवानों को खोना पड़ा, सीमा पर रहने वाले निवासियों में भय व्याप्त है। वे बार-बार युद्ध विराम के उल्लंघन से पीड़ित हैं। लेकिन, दुखद ये है कि केंद्र सरकार इस पर बिना अवकाश के छुट्टी पर है। सरकार है कहां?'
थरूर ने कहा कि ये ऐसी सरकार केंद्र में सत्तारूढ़ है जो केवल दावा करती है सीमापार पर दुश्मनों को आंख दिखाने का। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह के राज्यसभा में दिए वक्तव्य पर तंज करते हुए कहा कि वे सर्जिकल स्ट्राइक का क्रेडिट लेने के लिए तैयार हैं लेकिन, जब हालात बुरे हो चले हैं तो मूकदर्शक बन गए हैं। पाकिस्तानी फायरिंग पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला ने कहा, 'क्या केवल सीमापार से ही फायरिंग हो रही है? हम भी फायरिंग कर रहे हैं। इससे युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है।'
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा था कि भारत की सुरक्षा नीति प्रधानमंत्री के भाषणों तक ही सीमित रह गई है| जिस तरह से पिछले 44 माह की कहानी है उसके अनुसार, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) शासन की तुलना में 500 गुना सीमापार से गोलाबारी में वृद्धि हुई है। ये समझ में नहीं आता है। ये सीधा-सीधा देश की सम्प्रभुता का उल्लंघन है। इस साल 160 बार और कुल मिलकर 44 माह के मोदी शासन में अब तक 2474 सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं हुई हैं।