बिहार के 10 जिले बाढ़ की चपेट में, मुजफ्फरपुर के रेवाघाट पर पानी खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर ऊपर
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर के रेवाघाट पर बाढ़ का पानी खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर ऊपर चला गया है। आशंका जताई गई है कि कल सुबह तक छह सेंटीमीटर और बढ़ेगा। वहीं बूढ़ी गंडक का जलस्तर भी समस्तीपुर व रोसड़ा में खतरे के निशान से ऊपर बताया गया है। इस तरह उत्तर बिहार के 10 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और स्थिति गंभीर बनी हुई है।
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बागमती, बूढ़ी गंडक, कोसी और गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से पूर्वी व पश्चिमी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा व मुजफ्फरपुर, सहित दस जिले बाढ़ की चपेट में हैं। गंडक नदी मुजफ्फरपुर के रेवा घाट में आज सुबह छह बजे खतरे के निशान से नौ
सेंटीमीटर ऊपर थी। इसके जलस्तर में कल सुबह तक छह से सेंटीमीटर वृद्धि कीआशंका है। बूढी गंडक नदी का जलस्तर समस्तीपुर और रोसड़ा में खतरे के निशान से ऊपर है।
वहीं, बागमती, अधवारा समूह, कमला-बलान और कोसी नदी का जलस्तर कई जिलों में उच्चस्तर पर बना हुआ है। बागमती, कोसी, कमला बलान, और करेह नदियों के जलस्तर में वृद्धि से समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर और बिथान प्रखंडों के लगभग दो दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है। बाढ़ के कारण इन गांवों की पचास हजार से अधिक की आबादी प्रभावित है। लोग सुरक्षित और ऊॅंचे स्थानों पर जा रहे हैं।