बिहार
दरोगा संजय गौड़ आत्महत्या मामले में नया मोड़,पत्नी ने बताया साजिश के तहत हत्या का मामला
By Deshwani | Publish Date: 3/7/2017 8:34:35 PM
- पुलिस को आवेदन दे लगाई एफआईआर दर्ज करने की गुहार, वरीय अधिकारियों की मंशा पर खड़े किए सवाल
मुजफ्फरपुर। संजीव कुमार
जिले के मीनापुर थाना के पानापुर ओपी में आत्महत्या करनेवाले दारोगा संजय कुमार गौड़ की पत्नी कल्याणी ने आरोप लगाया है कि उनके पति ने आत्महत्या नहीं की बल्कि एक साजिश के तहत उनकी हत्या की गई है। इस बाबत उन्होंने सिवान के दरौली थाना में एफआईआर के लिए आवेदन दिया है। कहना है कि उनके पति को कोई पारिवारिक टेंशन नहीं थी। वे खुशमिजाज प्रवृति के थे, हालांकि कई बार वे कह चुके थे कि वे गौड़ जाति के हैं, इस कारण अधिकारी उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। जब वे हाजीपुर में पोस्टेड थे तो शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया था, इस दौरान भी उन्हें साजिश का शिकार बनाया गया था। उनकी गाड़ी में शराब रखवाकर उन्हें फंसाने की कोिशश की गई थी। उन्होंने यह सवाल भी उठाया है कि बगैर परिजनों को सूचना दिए किस परिस्थित में उनके शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया। आखिर अधिकारियों को किस बात की इतनी जल्दी थी।
कल्याणी का आरोप है कि उनके पति के पास सर्विस रिवाल्वर ही नहीं थी तो उन्होंने कैसे आत्महत्या की। अगर उन्हें आत्महत्या ही करनी होती तो वे अपने कमरे में करते, लेकिन उनकी मौत एक सहयोगी के कमरे में हुई। पत्नी के आरोप के बाद मामला उलझता जा रहा है। कल्याणी का कहना है कि उसके पति की गायघाट में पोस्टिंग के लिए 10 लाख रुपये में बात हुई थी, उन्होंने अग्रिम पैसा भी दे दिया था। पूरा पैसा नहीं देने के कारण दो दिनों बाद ही उनकी पोस्टिंग पानापुर ओपी कर दी गई। इसके चलते वे काफी तनाव में थे, लेकिन वे आत्महत्या नहीं कर सकते थे। उसके पति को एक गहरी साजिश के तहत मारा गया है। कल्याणी ने अपने आवेदन में कहा है कि उसके पति को विभाग की ओर से सर्विस रिवाल्वर आवंटित ही नहीं की गई थी। उनके पति को विभाग द्वारा टार्चर किया जा रहा था। इसका सबूत है उनके आवेदन देने के बाद भी चचेरी बहन की शादी के लिए छुट्टी नहीं दिया जाना। कल्याणी ने कहा है कि बिना घरवालों की मौजूदगी में उसके पति का पोस्टमार्टम करा दिया गया। घरवालों को समय पर सूचना तक नहीं दी गई। कल्याणी ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उसने मुजफ्फरपुर पहुंचने के बाद पत्रकारों के समक्ष कई विभागीय अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए और एक आवेदन भी विभाग को सौंपा है।