ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
जरूर पढ़े
कोविड-19 महामारी के दौरान टीबी के मरीजों को कैसे सुरक्षित रखें?
By Deshwani | Publish Date: 27/10/2021 8:48:01 PM
कोविड-19 महामारी के दौरान टीबी के मरीजों को कैसे सुरक्षित रखें?

दिल्ली। भले ही देश में कोविड-19 पर कुछ हद तक काबू पा लिया गया है, लेकिन कोविड-19 से प्रभावित मरीज़ों को  रिकवरी के बाद भी टीबी संक्रमण होने का खतरा है।कर्नाटक में हाल ही में 25-30 ऐसे मामले सामने आए जहां कोविड से पूरी तरह स्वस्थ्य हो चुके मरीज़ टीबी संक्रमण का शिकार हुए। टीबी को भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिहाज़ से सबसे बड़ी त्रासदी माना जाता है। नेशनल स्ट्रैटेजिक प्लान फॉर ट्यूबरक्युलॉसिस एलिमिनेशन (2017-2025) के मुताबिक, भारत में टीबी से हर रोज़ 1400 लोगों की मौत होती है। और हर साल करीब 4,80,000  लोगों को टीबी के कारण जान गंवांनी पड़ती है।


 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया के मुताबिक भारत में टीबी के 65% मरीज, 15-45 वर्ष की आयु के हैं। यह आर्थिक दृष्टि से सबसे ज्यादा उत्पादक जनसंख्या वर्ग है। इसीलिए यह और भी ज़रूरी है कि घर- घर जाकर कोविड-19 से उबर चुके उन मरीजों की पहचान की जाए, जिनमें अब टीबी के लक्षण सामने आ रहे हैं। देश के कुछ हिस्सों में इस बाबत सर्वेक्षण भी किया जा रहा है।

 

हालांकि सरकार अपनी तरफ से कोविड-19 और टीबी को काबू करने के लिए पूरे प्रयास कर रही है। लेकिन एक समुदाय के तौर पर हमें भी यह समझने की ज़रूरत है कि कोरोना वायरस जैसी महामारी के प्रसार से मरीजों और अन्य बीमारियों के इलाज पर काफी नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे में टीबी पर ध्यान दिया जाना काफी ज़रूरी है क्योंकि भारत में टीबी के 20 लाख से भी अधिक मरीज हैं। साथ ही 2025 तक टीबी का खात्मा करने की मुहिम भी फिलहाल कुछ हद तक प्रभावित हुई है।

 

ऐसे में यह कुछ ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से टीबी मरीज़ों को महामारी के दौरान सुरक्षित रखा जा सकता है:

 

सभी सुरक्षा सावधानियों और श्वसन संबंधी स्वच्छता का पालन – मास्क पहनना और थोड़े अंतराल पर लगातार हाथ धोना, यह दो सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं। टीबी मरीजों और अन्य बीमारियों से प्रभावित मरीजों को श्वसन संबंधी स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जैसे कि खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को कोहनी मोड़कर या फिर टिश्यू या रुमाल से ढंक कर रखने और इस्तेमाल किए गए टिश्यू को इस्तेमाल के तुरंत बाद सुरक्षित ढंग से फेंकना आदि। साथ ही ज्यादा खतरनाक (संवेदनशील) जगहों पर अपने चेहरे, मुंह और आंखों को छूने से भी बचना चाहिए।

 

डॉक्टर के निर्देशों का पालन - टीबी के मरीज़ों को नियमित अंतराल पर अपने चिकित्सक से सलाह लेकर  उसका पालन करना चाहिए और अपनी दवाइयां नियमित रूप से लेनी चाहिए। ऐक्टिव या सुषुप्त टीबी में भी कोविड-19 संक्रमण का खतरा होता है। टीबी मरीजों में अन्य कमज़ोरियां भी होती हैं जैसे कि कुपोषण, मधुमेह, धूम्रपान और HIV, जिससे उन्हें कोविड-19 होने का खतरा बढ़ जाता है।

 

डॉक्टर और दवाइयों की निरंतर उपलब्धता - इस बात का ध्यान ऱखना ज़रूरी है कि इलाज शुरू होने के बाद टीबी मरीज़ों को हर स्थिति में अपनी दवाइयां ज़रूर लेनी चाहिए। बिना डॉक्टरी सलाह के दवाइयां बंद करने पर  गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

 

भावनात्मक और नैतिक सहयोग – इस मुश्किल वक्त में मरीज़ों को भावनात्मक और नैतिक सहयोग दिया जाना भी बेहद ज़रूरी है। ज़रूरी है कि ऐसे मरीज़ों के रिश्तेदार, परिवार, मित्र, पड़ोसी और देखभाल करने वाले यह सुनिश्चित करें कि मरीज़ खुद को अकेला या उपेक्षित न महसूस करे। टीबी मरीज़ को यह यकीन दिलाने से कि यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है, उसका आत्मविश्वास लौटेगा और उसकी मानसिक सेहत भी अच्छी रहेगी।

 

टीबी के इलाज में किसी भी स्तर पर कभी रुकावट नहीं आनी चाहिए। सामाजिक और आर्थिक रूप से टीबी के मरीज़ की सुरक्षा की जानी चाहिए ताकि वह मानसिक रूप से भी स्वस्थ्य रहे और समाज की सहायता से इस बीमारी से जुड़ी बदनामी के डर और भेदभाव से लड़ सके।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS