शारदीय नवरात्रि 2019: नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की आराधना, ये है पूजा विधि और मंत्र
नई दिल्ली। हृदयानंद सिंह यादव। पूरे देश में इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व पर हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा होती है, जिसमें दूसरे दिन तप की देवी मां ब्रह्मचारिणी की आराधना की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में अक्ष माला और बाएं हाथ में कमण्डल होता है।
शास्त्रों के अनुसार देवी ब्रह्मचारिणी साक्षात ब्रह्म का स्वरूप हैं। ब्रह्मचारिणी का अर्थ, तप का आचरण करने वाली होता है। हजारों वर्षों तक तपस्या करने के चलते इनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा। इनको ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है। इसलिए माता ब्रह्मचारिणी का स्वरुप एक तपस्विनी का है। देवी दुर्गा के इस द्वितीय रूप को सभी विद्याओं का ज्ञाता माना जाता है। मान्यता है कि माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से निर्बुद्धियों को बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा विधि
देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा के लिए सबसे पहले घर की शुद्धि करें और फिर खुद भी स्नान करें। इसके बाद जिस स्थान पर देवी मां विराजमान हैं उस जगह की शुद्धिकरण करें। फिर देवी की फूल, अक्षत, रोली, चंदन, से पूजा करें उन्हें दूध, दही, शक्कर, घी और शहद से स्नान कराएं। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते समय सबसे पहले हाथों में फूल लेकर प्रार्थना करें. घी और कपूर मिलाकर देवी की आरती करें। देवी को प्रसाद अर्पित करें। प्रसाद के बाद आचमन करें और फिर पान, सुपारी भेंट कर इनकी प्रदक्षिणा करें। अंत में क्षमा प्रार्थना करें।
इस मंत्र का जाप करें-
दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥
या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
मां ब्रह्मचारिणी का भोग-
नवरात्रि के दूसरे दिन दिन मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर, सफेद मिठाई, फल, मिश्री आदि का भोग लगाना चाहिए। इस दिन मां को दूध और दही का भोग लगाने का भी बड़ा महत्व है जिससे उम्र लम्बी होने की मान्यता है। इस भोग से देवी ब्रह्मचारिणी प्रसन्न हो जाएंगी।
शास्त्रों के अनुसार जो कोई भी माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करता है उसे सिद्धि, एकाग्रता, सदाचार, विजय और ज्ञान की शक्ति प्राप्त होती है। मां ब्रह्मचारिणी को माता पार्वती का अवतार माना जाता है। बता दें नवरात्रि के दौरान मां के नौ रूपों की पूजा होती है।