नई दिल्ली, (आईपीएन/आईएएनएस)। फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनिकोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (फॉग्सी) ने देश में महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में जागरूकता लाने और उनकी जिंदगी में बदलाव के लिए महिलाओं के स्वास्थ्य उपक्रम ’नारी स्वास्थ्य पहल’ की शुरुआत की। इसके साथ ही फॉग्सी अचीवमेंट पुरस्कारों से उन लोगों के सबसे अच्छे प्रयासों को भी सम्मानित किया जिन्होंने देश में महिलाओं की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करने के लिए कड़ी मेहनत की।
इस पहल के बारे में फॉग्सी की अध्यक्ष डॉ. रिश्मा पाई ने कहा, “महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल एक मूलभूत अधिकार है और नारी स्वास्थ्य पहल महिलाओं को सही हेल्थकेयर से जोड़ने, शिक्षित करने और जागरूक करने और सबसे अच्छे स्त्रीरोग विशेषज्ञों की मदद से उनके जीवन को बेहतर बनाने की ओर एक कदम है। मैं सभी पुरस्कार विजेताओं को उनके बेहतरीन कार्य और इस कोषिष में अपना सहयोग देने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी।“
इस कार्यक्रम में माननीय राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद पूनम महाजन, फिल्म अभिनेत्री श्रीमती पूनम ढिल्लो, जनरल हेल्थ सर्विस के निदेशक डॉ. जगदीश प्रसाद, नेशनल आईएमए के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल, एओजीडी की अध्यक्ष डॉ. सुधा प्रसाद, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज की कार्यकारी उपाध्यक्ष अंजलि नय्यर, नारी स्वास्थ्य पहल की राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हेमा दिवाकर और फॉग्सी के महासचिव डॉ. ऋषिकेष पाई ने अपनी गरिमामई उपस्थिति दर्ज कराई।
कुलस्ते ने कहा, “देश में महिलाओं के स्वास्थ्य उपक्रमों और परिवार नियोजन का प्रसार करने वाली और जिंदगियां बदलने वाली फॉग्सी और ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज जैसी प्रसिद्ध संस्थाओं के सहयोग में सरकार को काम करते देखना काफी प्रेरणादायक है। मैं नारी स्वास्थ्य पहल के उपक्रम का समर्थन करता हूं और टीम की सफलता की कामना करता हूं।“ फॉग्सी एक व्यावसायिक संस्था है, जो 223 सदस्यीय संस्थाओं और 45,000 से ज्यादा वैयक्तिक सदस्यों के साथ भारत में प्रसूति और स्त्रीरोग के चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व करती है।