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ज्यादा शराब पीने से याददाश्त होती है कमजोर
By Deshwani | Publish Date: 26/6/2017 3:39:50 PMलखनऊ, (हि.स.)। चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक युवाओं में नशे की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। कई बार युवा दोस्तों के साथ पार्टी या दावत में शराब या सिगरेट की चुस्की लेता है फिर धीरे-धीरे उसकी आदत बिगड़ जाती है और वह नशे का आदी हो जाता है।
डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलाॅजी विभाग के प्रो. डीके कुलश्रेष्ठ ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि सिर में पहुंचने के बाद अल्कोहल दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटरों पर असर डालता है। इसकी वजह से तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि दिमाग के लिए शराब का सेवन जहर है। उन्होंने कहा कि अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से एकाग्रता में कमी और याददाश्त कमजोर होने लगती है।
महिलाओं में भी बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति
अन्तर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ विरोधी दिवस के मौके पर नशा मुक्ति आन्दोलन से जुड़े केन्द्रीय होम्योपैथी परिषद के सदस्य डा. अनुरुद्ध वर्मा ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि विशेष कर उच्च तथा उच्च मध्यम वर्ग की महिलाओं में यह एक फैशन के रूप में आरंभ होता है और फिर धीरे-धीरे आदत में शुमार होता चला जाता है। महिलाओं में मद्यपान की बढ़ती प्रवृत्ति के संबंध में किए गए सर्वेक्षण दर्शाते हैं कि करीब 40 प्रतिशत महिलाएं इसकी गिरफ्त में आ चुकी हैं। इनमें से कुछ महिलाएं खुलेआम तथा कुछ छिप-छिप कर शराब का सेवन करती हैं। महानगरों और बड़े शहरों की कामकाजी महिलाओं के छात्रावासों में यह बहुत ही आम होता जा रहा है। डा. अनुरुद्ध वर्मा ने बताया कि नशा मुक्ति आन्दोलन उत्तर प्रदेश में युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहा है।