मोतिहारी के तालिमपुर मुखिया पर पद के दुरुपयोग का आरोप, 26 मई तक सफाई नहीं देने पर हो सकते पदमुक्त
मोतिहारी। पूर्वी चम्पारण में तालीमपुर के मुखिया पर पद के दुरुपयो का आरोप लगा है। बताया गया है कि आरोप लगाते हुए प्रथम दृष्टया अधिनियम,2006 की धारा-18 (5) के तहत कारवार्रवाई का निर्णय सरकार ने लिया है। यह भी कहा गया है कि 26 मई, 2021 को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर आरोपित मुखिया अपना पक्ष रख सकते हैं।
आरोपित मुखिया अगर समय सीमा के अंदर स्पष्टीकरण नहीं भेजते हैं तो समझा जाएगा कि उन्हें इस संबंध में कुछ नहीं कहना है। ऐसी स्थिति में उन्हें पदमुक्त करने के विषय पर सरकार एकतरफा निर्णय ले सकती है।
जिला प्रशासन के सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मधुबन प्रखंड अंतर्गत तालिमपुर पंचायत के मुखिया विशु साह के विरुद्ध नियमों की अवहेलना कर उप मुखिया के पद को रिक्त मानते हुए अवैध तरीके से निर्वाचन कराने तथा निहित शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप पर प्रथम दृष्टया अधिनियम, 2006 की धारा-18 (5) के अधीन कार्यवाही शुरू करने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है।
अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार ने जिलाधिकारी पूर्वी चंपारण के जांच प्रतिवेदन एवं साक्ष्य अभिलेखों को देखते हुए आरोपित मुखिया के ऊपर बिहार पंचायत राज (यथा अद्यतन संशोधित) अधिनियम, 2006 की धारा 18 (5) के प्रावधानों के अधीन अपने पदीय शक्तियों के दुरुपयोग, कर्त्तव्यों के पालन में कदाचार एवं उपेक्षा बरतने तथा उनके पालन में अक्षम रहने के कारण ग्राम पंचायत तालिमपुर के मुखिया पद से हटाने हेतु प्रथम दृष्टया पर्याप्त कारण प्रतीत हुआ हैं। अतएव उपर्युक्त प्रतिवेदित आरोपों के संदर्भ में आरोपित मुखिया से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
स्पष्टीकरण में आरोपित मुखिया से पूछा गया है कि प्राप्त आरोपों के आधार पर अधिनियम की धारा 18 (5) के प्रावधानों के अधीन क्यों नहीं आपको ग्राम पंचायत तालिमपुर के मुखिया पद से हटाने की कार्रवाई की जाये। स्पष्टीकरण 26 मई, 2021 तक अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार, पटना को संबोधित कर प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है।
साथ ही स्पष्टीकरण की एक प्रति जिला पदाधिकारी, पूर्वी चम्पारण को भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है और बताया गया है कि दिनांक 26 मई, 2021 को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर आरोपित मुखिया अपना पक्ष रख सकते है।
आरोपित मुखिया अगर समय सीमा के अंदर स्पष्टीकरण नहीं भेजते है तो समझा जाएगा कि उन्हें इस संबंध में कुछ नहीं कहना है तथा ऐसी स्थिति में उन्हें पदमुक्त करने के विषय पर सरकार द्वारा एकतरफा निर्णय लिया जा सकता है।
अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार, पटना ने जिला पदाधिकारी, पूर्वी चम्पारण को कारण पृच्छा की एक अतिरिक्त प्रतियां संलग्न कर भेजते हुए अनुरोध किया है कि आरोपित मुखिया को कारण पृच्छा प्राप्त स्पष्टीकरण पर अपनी स्पष्ट अनुशंसा एवं मंतव्य के साथ उसे विभाग को भेजें।
बेतिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने भी कहा है कि यास के प्रभाव से निपटने हेतु सभी अधिकारी अलर्ट मोड में रहें।
किसानों सहित तटवर्ती लोगों को सतर्क होकर कार्य करने के लिए कराएं माइकिंग। जिलेवासी इस दरम्यान घरों में रहें, अपने और परिवार के बचाव हेतु सतर्क रहें।
भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा चक्रवाती तूफान यास को लेकर हाई अलर्ट कर दिया गया है। यास का असर उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और बिहार पर ज्यादा पड़ने की आशंका व्यक्त की गई है। यास तूफान को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है कि 26 मई को बंगाल और उड़ीसा के समुद्री तट से यास चक्रवात के टकराने की आशंका है।
बंगाल की खाड़ी से उठने वाला यास तूफान का असर बिहार के कई जिलों पर भी पड़ने की आशंका है। बिहार के कई जिलों सहित पश्चिम चम्पारण जिले में भी इसका असर पड़ेगा। इस दौरान 27 से 30 मई तक जिले में मध्यम/मूसलाधार बारिश, तेज हवा, गरज के साथ वज्रपात की आशंका मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा व्यक्त की गई है।
इसी परिप्रेक्ष में जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा कोषांग, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी को अलर्ट मोड में रहकर ऐहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है। साथ ही किसानों सहित तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले लोगों को सुरक्षित स्थलों पर निवास करने, घरों में रहने, खलिहान में रखे फसल को सुरक्षित स्थल पर रखने आदि के संबंध में माइकिंग के माध्यम से जागरूक करने का निर्देश दिया गया है।
जिलेवासियों से अपील करते हुए जिलाधिकारी ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा चक्रवाती तूफान यास को लेकर जारी हाई अलर्ट को अत्यंत ही गंभीरता से लें। किसान खलिहान में रखे फसलों को सुरक्षित स्थान पर रख लें। साथ ही तटवर्ती इलाकों में निवास करने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव हेतु ससतर्क रहें।