रक्सौल। अनिल कुमार। कोरोना महामारी से देश में हाहाकार मचा है। इस बीमारी से आमजन परेशान हैं, तमाम सावधानियों के बावजूद भी लोग इसका शिकार हो जा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में वह अपने इलाज हेतु अस्पताल का रुख करते हैं, परंतु तब जब अस्पताल को बीमारी ठीक होने की जगह मानी जाती थी, परंतु व्यवस्था ने यह बता दिया की हॉस्पिटल मृतकों का अड्डा बन गया है।
उक्त बातें कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रामबाबू यादव ने कहा। श्री यादव ने कहा कि आए दिन मरीज जो इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। वह अस्पताल जाकर दम तोड़ देते हैं। ऐसे में अस्पतालों का बिल मृतकों एवं कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए सिरदर्द बन जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार से मेरी मांग है कि कोरोना से अस्पताल में दम तोड़ रहे मरीजों का बिल माफ किया जाए एवं सरकार उन्हें तत्काल मुआवजा मुहैया कराएं।
इसके साथ ही श्री यादव ने कहा कि कोरोनावायरस अमीरों को ही नही बल्कि गरीब व्यक्ति को भी अपना शिकार बनाती है। ऐसे में इलाज हेतु अस्पतालों का बिल जो सरकार ने ₹10000 तय किया है, चुकता करने में असमर्थ होते हैं, ऐसे में मेरी मांग सरकार से यह भी है कि कोरोना वायरस पीड़ित मरीजों का ईलाज मुफ्त कर दिया जाए। बिहार में डबल इंजन की दुहाई देने वाली सरकार का कोई तंत्र काम नहीं आ रहा, हाई कोर्ट एवं देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई, उसके बावजूद भी यह कुंभकरण की नींद में सोई नीतीश सरकार जगने का नाम नहीं ले रही।
जरूरत है देश को सेना के हवाले कर देने का। इसके साथ ही श्री यादव ने रक्सौल में चल रहे कम्युनिटी किचन पर राजनीति को भी ओछी राजनीति बताया और कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों में कम्युनिटी किचन का श्रेय लेने की होड़ लगी है, जबकि यह कम्युनिटी किचन नगर परिषद द्वारा संचालित है। ऐसे में इस पर राजनीति को श्री यादव ने ओछी राजनीत बताया। इस अवसर पर रामनारायण भारती, जवाहिर प्रसाद, मोहम्मद आरिफ व प्रदुमन महतो आदि लोग उपस्थित थे।