मोतिहारी के ठीकेदार रंजीत सिंह की हत्या के लिए दिए गए 60 हजार रुपए, लाइनर सूरज ने खोले राज, शामिल थे चार बदमाश
मोतिहारी। मोतिहारी के चर्चित ठीकेदार रंजीत सिंह हत्याकांड का कथित लाइनर फेनहारा निवासी सूरज महतो को पुलिस ने दबोच लिया है। मिशन चौक के समीप सड़क हादसे में घायल होने के बाद सूरज पुलिस की गिरफ्त में आया है।
हत्या में प्रयुक्त लाल रंग की अपाची बाइक भी पुलिस को मिल गई है। एसपी नवीन चन्द्र झा ने बताया है कि सूरज महतो बाल सुधार गृह से फरार होने के बाद 2017 में बेतिया कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान बबलू दुबे की हुई हत्या में वह शामिल हुआ था।
हत्या में शामिल थे सूरज सहित चार बदमाश-
सूरज महतो ने पुलिस को बताया है कि भागलपुर सेंट्रल जेल में बंद शातिर बदमाश मुकेश पाठक के लिए काम करता है। उसने यह भी कहा कि इस हत्या के षडयंत्र में केसरिया के नगर पंचायत के चेयर पर्सन रिंकू पाठक व चकिया के जदयू नेता पप्पू कुशवाहा की संलिप्तता है।
हत्या के लिए इन्हें 60 हजार रुपए दिए गए थे।
मृतक रंजीत सिंह की पत्नी बेबी देवी ने भी पुलिस को उनके पति की हत्या में रिंकू पाठक व पप्पू कुशवाहा की संलिप्ता की बात बताई थी।
सूरज ने पुलिस को अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि मोतिहारी के ठीकेदार रंजीत कुमार सिंह की हत्या में उसके अलावा अन्य तीन लोग शामिल थे।
हत्या में शामिल-
1. सूरज महतो- फेनहारा, मोतिहारी( गिरफ्तार)
2. रूपम कुमार- रघुनाथपुर, मोतिहारी।
3. अभिषेक कुमार- छोटा बरियारपुर, छतौनी, मोतिहारी
4. शुभम कुमार- आदापुर, मोतिहारी
हत्या के दिन 31 दिसंबर को आया था मोतिहारी-
सूरज ने पुलिस को बताया है वह 31 दिसंबर को रांची से मोतिहारी आया और अभिषेक, शुभम व रूपम से उसकी बात हुई। इसके पूर्व भी समय-समय पर हत्या की साजिश फोन पर रची गई थी।
ठीकेदार रंजीत सिंह जब नगर थाने में आए तभी चारो बदमाश दो बाइक पर सवार होकर उनका पीछा करने लगे। लाल रंग की अपाची बाइक पर सूरज के साथ रूपम सवार था। वे दोनों नगर थाने से सटे मंगल सेमिनरी के पास से ठीकेदार पर नजर रख रहे थे।
जबकि दूसरी बाइक स्पलेण्डर थी। जिसे शुभम चला रहा था और उसी बइक के पीछे अभिषेक बैठा था। लिहाजा शुभम अपनी स्पलेण्डर से कस्टम ऑफिस के पास ठीकेदार रंजीत सिंह का इंतजार कर रहा था। कस्टम ऑफिस भी नगर थाने की कुछ ही दूरी पर स्थित है।
नगर थाना से निकल कर ठीकेदार रंजीत सिंह जब नगर भवन होते हुए गायत्री नगर रोड में घुसे तब मोतीझील के किनारे छठघाट के समीप अकेला पाकर रंजीत सिंह को गोली मार दी। शुभम बाइक चला रहा था और अभिषेक ने गोली मारी थी। हत्या के बाद सूरज को 30 और शुभम को 30 हजार रुपए मिले थे।
हत्या के बाद चारो बदमाश मोतिहारी में ही छिपे थे-
हत्या के बाद चारो बदमाश तीन दिनों तक ठिकाने बदल-बदल कर मोतिहारी में ही छिपे रहे। चौथे दिन तीनों दिल्ली चले गए।
कुछ दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद चारों फिर मोतिहारी आए और फिर रांची चले गए।
रांची से हाल ही में सूरज लौटा और अपराध की साजिश रचते मोतिहारी में सड़क दुर्घटना में घायल हो गया। जिससे वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पुलिस का कहना है कि सूरज के पास से पिस्टल, तीन कारतूस व उसकी बाइक से 200 ग्राम मादक पदार्थ मिले हैं।
6 फरवरी को मिशन चौक के पास सड़क दुर्घटना में सूरज व उसका साथी प्रेम घायल हो गए थे। सूरज का सिर फटा और प्रेम का हाथ टूट गया।
दोनों को इलाज के लिए मणि हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहाँ से दोनों पुलिस की गिरफ्त में आ गए।