मोतिहारी सदर एसडीएम ने समाजसेवी नासिर को जूस पिलाकर आमरण अनशन खत्म कराया, अवैध बूचड़खाने को बंद कराने के लिए बैठे थे भूख हड़ताल पर
मोतिहारी। शहर के गांधी चौक पर आमरण अनशन कर रहे समाजसेवी नासिर हुसैन खां ने प्रशासन के आश्वासन के बाद सोमवार की शाम को आंदोलन स्थगित कर दिया है। छतौनी के खुदानगर में चल रहे अवैध बूचड़खानों बंद कराने के लिए रविवार की सुबह से ही अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे थे। सदर एसडीएम प्रियरंजन राजू ने जूस पिलाकर उनका आमरण अनशन खत्म कराया। वहीं एसपी नवीन चंद्र झा ने उनपर हुए हमले का एफआईआर दर्ज कराने के लिए नगर थाने को भी कड़े आदेश दिए हैं।
नासिर खान ने बताया कि इस बार प्रशासन ने ठोस आश्वासन दिया है। इस कारण उन्होंने अपना आंदोलन स्थगित किया है। मौके पर अनशन का समर्थन कर रहे विहिप के बिहार झारखंड के क्षेत्र संपर्क प्रमुख अधिवक्ता अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि नासिर खान के इस आंदोलन में विहिप व बजरंगदल भी शामिल है। अगर प्रशासन अपने वादे से मुकरा तो इस आंदोलन को विहिप व बजरंग दल नासिर के साथ उसके मुकाम तक पहंचाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। एसडीएम श्री राजू व नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने संयुक्त रूप से यह बताया कि वर्षों से चल रहे अवैध बूचडखाना को हर हाल में बंद कराया जाएगा और उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। मौके पर विहिप के नेता राजन तिवारी, हरिश्चंद उपाध्याय, दीप नारायण पाण्डेय, सुबोध कुमार, अधिवक्ता देवेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे।
नासिर की शिकायत पर प्राथमिकी में विलंब पर एसपी का कड़ा रूख-
शहर के खुदानगर मोहल्ला में चल रहे बूचडखानो को बंद कराने के लिए अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता नासिर खान के साथ नगर भवन के पास मारपीट करने व धमकी देने के मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं करने को एसपी नवीनचंद्र झा ने सोमवार को नगर थाना पर काफी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मामले में फौरन प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जांच के नाम पर आवेदन को दर्ज नहीं करना सरासर नियमविरूद्ध है। आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच की आदत डालनी चाहिए।
सामजिक कार्यकर्ता ने दिया था आवेदन-
यहां बता दें कि छतौनी के खुदानगर निवासी नासीर के सेलफोन पर चार लाख की रंगदारी की मांग की गई थी। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता नासिर ने नगर थाने को आवेदन देकर कहा था कि 09 दिसंबर को जब वे घर जा रहे थे उसी दौरान नगर भवन के पास एहसानुद्दीन खान उर्फ लालबाबू खान, अकबर खान, अयातुल्लाह खान, खालिद कुरैशी, मासूम कुरैसी, तबरेज कुरैशी, डिस्को कुरैशी व आरजु कुरैशी ने घेर लिया व हथियार का भय दिखाकर घडी व आभूषण भी छीन लिया था।