मोतिहारी में अवैध बूचड़खाना व गो-हत्या को बंद कराने को आमरण अनशन पर बैठे समजासेवी मो. नासिर, मिल रही धमकियां
मोतिहारी। शहर के शहर के मीना बाजार चौक पर रविवार की सुबह समाजसेवी मो नासिर अवैध बूचड़खाना व गो हत्या के विरुद्ध आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। इसके पूर्व उन्होंने प्रशासन को कहा था कि अगर अवैध बूचड़खाना नहीं बंद किया गया तो वे 31 जनवरी को अमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
इसके पहले भी वे बीते 6 दिसंबर को छतौनी थानाक्षेत्र के खुदानगर में चल रहे अवैध कई बुचड़खानों व गौ हत्या के विरुद्ध शहर के चरखा पार्क के पास एक दिवसीय शांतिपूर्ण घरना प्रदर्शन किया था। उन्होंने यह प्रदर्शन चम्पारण स्वच्छता अभियान के बैनर तले किया था। इस प्रदर्शन में शहर के दर्जनों गणमान्य लोग शामिल हुए थे। इसके बाद 29 दिसंबर को समाजसेवी मो. नासिर ने एक दिवसीय भूख हड़ताल भी की थी।
सफेदपोशों को होती अवैध कमाई-
उन्होंने बताया कि इस आंदोलन के विरूद्ध उन्हें धमकियां भी मिल रही हैं। उनपर जानलेवा हमला भी किया गया है। इसके बावज़ूद वे इस आंदोलन से हटने वाले नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि अवैध बुचड़खानों से कई सफेदपोश लोगों को मोटी कमाई होती है। इसलिए इस अवैध बुचड़खाने को बंद करवाने में काफी अड़चने आ रही हैं। वैसे लोगों से उन्हें लगातार धमकियां भी मिल रही हैं।
गोहत्या के विरूद्ध आवाज उठाने पर मिल रही धमकी-
चम्पारण स्वच्छता अभियान के अध्यक्ष समाजसेवी नासिर ने बताया कि उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर गो हत्या व अवैध बूचड़खानों के खिलाफ आवाज को लेकर सेलफोन नंबर 7352992275 द्वारा उनके सेलफोन पर 21 नवम्बर की संध्या 6 बजकर 02 मिनट पर चार लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
यह भी कहा गया कि गौ हत्या के विरूद्ध आवाज उठाना बंद करो नहीं तो अंजाम बुरा होगा। फिर 9 दिसंबर को करीब 07 बजे संध्या गायत्री
मंदिर मोतीझील छठ घाट के समीप चार मोटरसाइकिल पर सवार होकर चिकपट्टी के एहसानुद्दीन खान उर्फ लालबाबू खान, संग्रामपुर दरियापुर के अकबर खान, हरसिद्धि लक्ष्मणवा के अयातुल्लाह खान, खुदानगर के खालिद कुरैशी, मासूम कुरैशी, तबरेज कुरैशी, डिस्को कुरैशी, आरजू कुरैशी ने उसे घेर लिया और देसी पिस्तौल दिखाकर 10 हजार रुपये, घड़ी, सोने की अंगूठी, छीन ली गई।
सादा स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करा लिया गया। उनके अनुसार इन लोगों ने यह भी धमकी दी कि तुम्हें ट्रेलर दिखा दिया अभी पूरी फिल्म बाकी है। गौ हत्या एवं अवैध बुचड़खाना के खिलाफ आवाज उठाना बंद करो नहीं तो परिवार में कंधा देने वाला कोई नहीं होगा। इसको लेकर उन्होंने थाने में आवेदन दिया, जिसे पुलिस ने लेने से इंकार कर दिया। उसके आवेदन पर भाजपा के सदर विधायक प्रमोद कुमार की भी अनुशंसा दर्ज है। फिर बाद में 10 दिसंबर को उन्होंने एसपी से भी मिलकर इस संदर्भ में कार्रवाई की गुहार लगाई। तब एसपी ने इसमें पहल करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। मगर इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
नासिर के अनुसार इस मामले में नाका के एक जमादार उल्टे उनपर दबाव बना रहे है कि मामला को रफा- दफा कर लीजिए। खौफ व दहशत के साये में जी रहे नासिर ससुराल में शरण लेने को विवश है। उसका कहना है कि चाहे जो हो जाए वह गलत के खिलाफ अपना मुंह बंद नहीं कर सकता। उन्होंने अल्टिमेटम दिया था कि अगर प्रशासन ने इस संदर्भ में उचित कार्रवाई नहीं किया तो वे आमरण अनशन पर बैठने को विवश होंगे। कोई कार्यवाई नहीं होने पर वे आज रविवार को अमरण अनशन पर बैठ गए हैं।