अमित कुमार (गुड्डू) की रिपोर्ट।
मोतिहारी। पूरे एक महीने से चलने वाले विधानसभा 2020 का आज परिणाम आ गया। एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने वाली है, पूर्वी चम्पारण में 2015 के चुनाव के हिसाब से 12 विधान सभा में 8 सीट पर राष्ट्रीय जंनतात्रिक गठबंधन का कबजा था, वहीं इस बार 2020 में 8 से बढकर 9 की संख्या हो गई। पिछली बार जीते हुए एक विधायक सचिन्द्र प्रसाद सिंह इस बार जीत नहीं पाए। जिले में एनडीए की भारी जीत पर भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना ने कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री व कार्यकर्त्ताओं की सालों भर की मेहनत रंग लाई है। एनडीए सरकार की जनकल्याणकारी कार्यों ने करीब जनता को मोह लिया।
तो वहीं जमीनी कार्यकत्ता गोविन्दगंज से नए विधायक के रूप में सुनील मणी तिवारी गोविन्दगंज का प्रतिनिधित्व करेंगे। मोतिहारी लोकसभा के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा में मोतिहारी के विधायक प्रमोद कुमार अपना सीट बचाने में सफल रहें, 14987 वोट से राजद प्रत्याशी ओमप्रकाश चौधरी को हरा दिया। हरसिद्धि से पिछली बार हारे विधायक कृष्णनंदन पासवान इस बार विजयी रहें।
सबसे कम वोट लेकर विधानसभा में पहली बार जाएंगी केसरिया से जदयू की शालीनि मिश्रा। वहीं पिपरा से श्यामबाबू यादव अपना सीट बचाने में सफल रहें। इस बार सबसे दिलचस्प लड़ाई ढाका विधानसभा की रही। इस बार युवा तेज तर्रार भाजपा नेता पवन जायसवाल ने राजद प्रत्याशी फैसल रहमान को हराकर अपनी जीत दर्ज कराई।
सुगौली से भाजपा के तीन बार के सिटिंग विधायक को बागी उम्मीवारों की वजह से हार का सामना करना पड़ा। जदयू से पूर्व में नेता रहे चुनाव से ठीक पहले पलड़ा बदलकर राजद के टिकट पर चुनावी मैदान में थे और विजय श्री प्राप्त हुई। पहली बार विधायक बने इ. शशीभूषण सिंह से क्षेत्र की जनता को काफी उम्मीद है। वहीं रक्सौल के पूर्व विधायक बसपा से टिकट लेकर चुनावी मैदान में थे, इन्हें हार का सामना करना पड़ा वहीं जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिन्हा ने भाजपा ज्वाइन कर भाजपा से टिकट लेकर जीत हासिल कर ली।
सबसे रोचक बात ये थी कि बहुत ही कम मार्जिन से कल्याणपुर का सीट भाजपा को गवाना पड़ा। पूर्व में विधायक रह चुके यमुना यादव के सुपुत्र मुनोज यादव राजद के टिकट पर जीत हासिल की है। बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह को भी काफी मसक्कत करनी पड़ी। महज 5645 वोट से जीत कर इस बार व������������������������ �����गे। चिरैया से लालबाबू प्रसाद गुप्ता राजद के अच्छेलाल प्रसाद यादव से 19994 वोट से विजयी हुए।
वहीं नरकटिया विधानसभा के सबसे लोकप्रिय विधायक राजद के टिकट पर पूर्वी चम्पारण में सबसे अधिक मतों से विजयी हुए। डा. शमीम अहमद 27377 मतों से जीतकर दूसरी बार विधानसभा पहुंच रहें है। उन्होंने अपने निकटतम प्रत्याशी श्याम बिहारी प्रसाद को हराया है, जो जदयू के टिकट पर चुनावी मैदान में थे। उनके हारने और शमीम अहमद के जीतने के शूत्रधार के रूप में लोजपा प्रत्याशी सोनू कुमार की अहम भूमिका रही। उन्होंने 19419 वोट काटकर आरपार की लड़ाई को त्रीकोनीय बना दिया।
इस चुनाव में महागठबंध और राजद के बीच में कड़ा मुकाबला रहा। 12 विधानसभा के 5 विधानसभा में बागियों ने अपने अपने प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ दिया। बिहार में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिल जाने से पूर्वी चम्पारण के इन जीते हुए प्रत्याशियों के सरकार में मंत्री बन जाने के शुभ लक्षण दिख रहें हैं। एनडीए के 9 जीते हुए प्रत्याशियों में 2 पहले से मंत्री हैं। एक मोतिहारी से प्रमोद कुमार कला संस्कृति मंत्री के रूप में काम कर रहे थे, वहीं मधुबन से राणा रणधीर सहकारिता मत्री के रूप में थे। कुल मिलाकर मोतिहारी के सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व कृषि कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह की मेहनत सफल रही। बिहार की राजनीति में इनका कद और बढ़ गया, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना ने पूर्वी चम्पारण के सभी एनडीए प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी है, वहीं कार्यर्त्ताओं को उनके महनत के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भाजपा कार्यकत्ताओं की पार्टी है।
संगठन के सभी कार्यकर्त्ताओं का भी धन्यवाद दिया। भाजपा के जिला महामंत्री मार्तंड नारायण सिंह ने जीते हुए सभी प्रत्याशी को बधाई दी और सभी युवा कार्यक्ताओं को उनके मेहनत के लिए धन्यवाद दिया। वहीं पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने चुनावी कार्य में लगे हुए अपने सहयोगिया कर्मियों को धन्यवाद दिया। एसपी नवीन चन्द्र झा ने ड्यूटी में लगे हुए पुलिस कर्मियों को भी धन्यवाद दिया। खबर तो यह भी मिली है कि जिला पदाधिकारी महोदय को शिकायत मिलने पर मतगणना केन्द्र पर पहुंच अधिकारियों की क्लास लगा दी। कुल मिलाकर इस बार का विधानसभा चुनाव काफी रोचक व रोमांचक रहा। प्रत्याशियों के सथा-साथ वोटर भी अंत-अंत तक जोश और उत्साह में दिखें। इस बार का चुनाव वर्षों-वर्षों तक याद किया जाएगा।