बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो कंफ्रेसिंग से मोतिहारी के केसरिया में सत्तरघाट पर नवनिर्मित पुल का किया उद्घाटन
मोतिहारी। केसरिया से एसके सिंह की रिपोर्ट। बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को केसरिया में निर्मित सत्तर घाट पुल का वीडियो कंफ्रेंसिग के माध्यम से उद्धाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार बिहार के विकास को लेकर प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। हमने सूबे में महासेतु से लेकर पुल-पुलिया एवं सड़कों का जाल बिछाया है। इसी का परिणाम है कि आज बिहार के किसी भी कोने से लोग महज पांच घंटे के अंदर राजधानी पटना पहुंच रहे हैं।
उद्धाटन के साथ ही पूर्वी चंपारण एवं गोपालगंज जिले की सीमा पर अवस्थित केसरिया प्रखंड के ढेकहां में गंडक नदी के सत्तरघाट पर नवनिर्मित सड़क पुल का लोकार्पण किया गया। इस पुल के बनने से गोपालगंज सहित कई जिलों की दूरी मोतिहारी से काफी कम हो गई। 263.48 करोड़ की लागत से निर्मित गंडक सेतु का लोकार्पण करते हुए सीएम ने कहा कि उनकी सरकार आवागमन की सुगमता के साथ ही विश्वास का सेतु बनाने का कार्य कर रही है।
सत्तरघाट पुल बौद्ध परिपथ और रामजानकी मार्ग का अहम हिस्सा है। इससे सारण और तिरहुत प्रमंडल की दूरी कम हो जाएगी। 1440 मीटर लंबे पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया है। यह पुल गोपालगंज के बैकुंठपुर से पूर्वी चंपारण को जोड़ेगा। इससे सीवान, छपरा, गोपालगंज होते हुए एनएच-28 के जरिये उत्तर बिहार के अधिसंख्य जिलों की संपर्कता हो गई। इस पुल से पटना से मशरख होते हुए रक्सौल तक सीधा रास्ता उपलब्ध हो जाएगा। अप्रैल, 2012 में इसका शिलान्यास हुआ था।
अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि अगर एक बार फिर मौका मिला तो बिहार के हर खेत तक हम पानी पहुचाने का काम करेंगे। सीएम नीतीश कुमार ने बिहार की जनता से एक बार फिर सेवा का मौका देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गंडक नदी पर साहेबगंज के बंगरा में बन रहे पुल का अगले माह वे मौके पर पहुंच कर उद्घाटन करेंगे। सीएम ने मुख्य सचिव से कहा कि अब यह व्यवस्था किया जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए वे लोगों के बीच जाकर उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे।
सीएम ने कहा कि वे सड़क मार्ग से केसरिया के सत्तरघाट पुल को देखने आएंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 तक बिहार में पुलों की संख्या बहुत कम थी। लेकिन आज पुल-पुलिया का जाल बिछा हुआ है।उन्होंने कहा कि हम लोग सिर्फ पुल और सड़क ही नहीं बनाते बल्कि उसकी मरम्मति पर भी ध्यान देते हैं। जिससे कि सड़क एवं पुल लंबे समय तक ठीक रहे।सीएम ने कहा कि 20 अप्रैल 2012 को हमने केसरिया में सत्तरघाट पुल का शिलान्यास किया था और आज उसका उद्घाटन कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि गंगा नदी के पानी को बिहार के ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल बोधगया तक पहुंचाने का काम जोरशोर से चल रहा है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के बाद से लेकर वर्ष 2005 तक गंगा नदी पर मात्र तीन पुल थे। आज 14 पुल बन गए हैं।उन्होंने कहा कि एनडीए के 15 साल के शासन काल में सड़क निर्माण में कोई घोटाला नहीं हुआ है। बिहार में सड़कों का जाल बिछा दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में बिहार के लोगों ने बड़ी समझदारी से काम किया है।