भारत-नेपाल सीमा के पास कोरोना पॉजेटिव लोगों का शव दफनाने को लेकर नेपाल सरकार के विरोध लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
रक्सौल। अनिल कुमार। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित अहिरवा टोला में ग्रामीणों के द्वारा रविवार को विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का विरोध इस बात को लेकर था कि नेपाली प्रशासन के द्वारा जानबुझ कर भारतीय इलाके में संक्रमण को फैलाने की नियत से बॉर्डर के पास कोरोना पॉजेटिव लोगों का शव दफनाया गया है। शनिवार की शाम नेपाली सेना के द्वारा पूर्व तैयारी के साथ बॉर्डर पर पहुंच कर शवो को दफना दिया गया। इसकी भनक एसएसबी व सीमा की अन्य एंजेसियों को नहीं लगी। जब तक लोगों को इसकी खबर लगती, तब तक नेपाली सेना के जवान शव को दफना कर चले गये। इसके बाद से इसका विरोध शुरू हो गया है।
रविवार को वार्ड पार्षद चीनी राम के नेतृत्व में नेपाल सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। लोगों ने इस दौरान नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के विरोध में नारेबाजी की गयी। लोगों ने मांग की कि नेपाल प्रशासन के द्वारा जो गलती की गयी, उसकी जांच होनी चाहिए और दोषी पर कार्रवाई होनी चाहिए। लोगों के विरोध की खबर के बाद मौके पर एसएसबी के अधिकारी भी पहुंचे और इन लोगों ने लोगों को समझाबुझाकर विवाद को शांत कराया।
एसएसबी के राज कुमार कुमावत ने यह भरोसा दिलाया कि इस तरह की घटना आगे नहीं होगी, इसके लिए नेपाली प्रशासन से बात हो रही है। जिसके बाद लोगों ने अपना प्रदर्शन शांत किया।प्रदर्शन करने वालो में मौके पर मेराज आलम उर्फ मुन्ना, मनोज, संजय, भोला सिंह, अमर यादव, बजरंग यादव, शॉकिंम मिया, चंदन साह, नगीना सहनी, माया लाल यादव,अमरदेव यादव,मुन्ना राम, राजू राम सहित अन्य मौजूद थे।