लॉकडाउन में कृषि पर प्रतिकूल असर के बावजूद मोतिहारी का मदर डेरी, पूर्वी चम्पारण सहित तीन जिले के किसानों का बनी संबल
मोतिहारी। देशव्यापी लॉकडाउन में जहां कृषि पर प्रतिकूल असर पड़ा है। वहीं मोतिहारी का मदर डेयरी पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण व गोपालगंज के हजारों ग्रामीण परिवार खासकर भूमिहीन, छोटे व किसान परिवार के लिए संबल बनी है। तीनों जिलों के किसानों को मदर डेरी द्वारा उनके खातों में हर महीने हजारों रुपए आ रहे है। दूध की कीमत विधिवत रूप से उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जा रही है, जो हर महीने 10 दिन अर्थात 3, 13 और 23 वें दिन के अंतराल पर लगभग 9 करोड़ प्रति माह सदस्यों के बैंक खाते में भेजा जा रहा है। साथ ही प्रतिवर्ष 1600 मीट्रिक टन पशु आहार भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
देश के ग्रामीण परिवार, खासकर भूमिहीन और छोटे और सीमांत किसान पशुपालन को आय के पूरक स्त्रोत के रूप में अपनाते हैं। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड डेयरी सर्विसेस ने 2 अक्टूबर 2017 से बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को बिहार के 3 जिलों में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण व गोपालगंज के दुग्ध उत्पादक किसानों के विकास के लिए बढ़ावा दिया। इसके लिए आपको एवं अधिकारियों को बधाई देता हूं। बाद में मोतिहारी में मदर डेयरी प्रोसेसिंग प्लांट की भी स्थापना की गयी।
सांसद मोतिहारी,चैयरमैन रेलवे स्टैंडिंग कमिटी सह पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी,बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड,मोतिहारी संदीप कुमार अंतिल को आज भेजे संदेश पत्र में कहा कि कोरोना वायरस के इस युद्ध में देश की आर्थिक व्यवस्था पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है। कृषि अर्थव्यवस्था पर विशेष असर पड़ा है। बावजूद इसके मोतिहारी में बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी अभी अपने कार्य क्षेत्र के 1037 गांवों में 1250 दूध संकलन केन्द्रों का संचालन करते हुए अधिकतम 1 लाख 5 हजार लीटर का संकलन कर रही है, जिसमें 51,819 दूध उत्पादक सदस्य जुड़े हुए हैं। इन सदस्यों में से 58%, महिला सदस्यों की भागीदारी है जो कि सराहनीय है।
श्री सिंह ने कहा कि पारदर्शिता, गुणवत्ता आधारित उचित मूल्य, समय पर भुगतान और क्षमता निर्माण इसकी वृद्धि की आधारशिला रहे हैं। किसानों को दूध की गुणवत्ता आधारित अधिकतम 55/- प्रति लीटर तक मिल रहा है। दूध की कीमत विधिवत रूप से उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जा रही है, जो हर महीने 10 दिन अर्थात 3, 13 और 23 वें दिन के अंतराल पर लगभग 9 करोड़ प्रति माह सदस्यों के बैंक खाते में भेजा जा रहा है। साथ ही प्रतिवर्ष 1600 मीट्रिक टन पशु आहार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा अक्टूबर 2017 से अब तक लगभग 148 करोड़ रूपये का भुगतान क्षेत्र के सदस्य दूध उत्पादकों के खाते में सीधे किया गया है, जिससे किसानों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन देखा जा सकता है। सरकार ने दुग्ध संग्रहण एवं वितरण को लॉक डाउन से मुक्त रखा है।
दुग्ध संकलन केन्द्रों एवं इसकी व्यवस्था को नियंत्रित करने वाले मेरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी लगे हैं। मैं आज उनके लिए एक-एक मास्क एवं डिटॉल साबुन उपलब्ध करा रहा हूं, मेरा अनुरोध है दुग्ध संकलन केन्द्रों पर सामाजिक दूरी बनायें तथा दुग्ध उत्पादकों से अनुरोध करें कि वे गमछा या साफ कपड़े से मुँह ढ़क कर रखें।
उक्त आशय की जानकारी जिला मीडिया प्रभारी,भाजपा गुलरेज शहजाद ने जारी विज्ञप्ति के माध्यम से दी।