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नेपाल से आए भारी संख्या में भारतीय मजदूर, भारत-नेपाल सीमा रक्सौल कस्टम पर लगी लोगों की भीड़
By Deshwani | Publish Date: 30/3/2020 9:14:00 PM
नेपाल से आए भारी संख्या में भारतीय मजदूर, भारत-नेपाल सीमा रक्सौल कस्टम पर लगी लोगों की भीड़

रक्सौल अनिल कुमार। नेपाल प्रशासन के द्वारा रविवार को भारी संख्या में वहाँ पर काम करने वाले भारतीय मजदूरो को पास देकर भारत भेज दिया गया। जिसके कारण भारत-नेपाल सीमा रक्सौल कस्टम पर हजारों की संख्या में नेपाल में रहने वाले भारतीय लोग जमा हो गये। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करीब 1 बजे से ही बॉर्डर पर लोगों के जमा होने का क्रम शुरू हो गया था और सुबह 5 बजते ही  करीब 5 हजार की संख्या में लोग बॉर्डर पर जमा हो गये। अनुमंडल पदाधिकारी अमीत कुमार,डीएसपी संजय कुमार झा सूचना मिलने के साथ ही बॉर्डर पर पहुंच गये और इसके बाद वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी। जिसके कुछ देर मोतिहारी से एडीएम शशि शेखर चौधरी, एएसएपी शैशव यादव के साथ रक्सौल पहुंचे। इसके बाद जिलाधिकारी के आने का इंतजार किया गया। 

 
 
दोपहर के करीब 12 बजे डीएम एस कपील अशोक, एसपी नवीनचंद्र झा  रक्सौल बॉर्डर पर पहुंचे। रक्सौल पहुंचने के साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि किसी को भी  भारत में आने नहीं दिया जाएगा। डीएम ने कहा कि मंत्रालय से निर्देश प्राप्त हुआ है कि इन लोगों को जो नेपाल से आये है, उन्हे नेपाल में ही रहने की व्यवस्था भारतीय दूतावास के द्वारा की जायेगी। यदि ये लोग किसी अन्य रास्ते से भारत में प्रवेश करते है तो पकड़े जाने पर नियमानुकुल कार्रवाई होगी। इसके बाद जिलाधिकारी लौट गये। जिलाधिकारी का संदेश लेकर जब एसडीओ अमीत कुमार लोगों के बीच पहुंचे तो लोगों ने उनकी बात को मानने से इंकार कर दिया। लोग वीरगंज वापस नहीं जाना चाहते थे, जबकि अधिकारी चाहते थे वे लोग वीरगंज वापस चले जाए। काफी समझाने के बाद भी लोग नहीं माने और सीमा के पास ही बैठ गये। 
 
 
समाचार लिखे जाने तक सैकड़ो की संख्या में मैत्री पुल के आसपास जमा थे। जहां पर नेपाल के कुछ स्वयं सेवी संगठनो, भारतीय दूतावास व एसएसबी के द्वारा उनलोगों के खाने की व्यवस्था की जा रही थी। जबकि कुछ लोग ग्रामीण रास्तो से होकर निकलने की कोशिश कर रहे थे। इधर, डीएम श्री अशोक के निर्देश पर सशस्त्र सीमा बल के द्वारा भारतीय कस्टम से होकर वीरगंज जाने वाले रास्ते को तार कांटो से सील कर दिया गया है। एसएसबी के सेनानायक प्रियवर्त शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन में इस रास्ते से किसी का भी आना जाना अब नहीं होगा। ट्रेड का सारा काम आइसीपी से होगा। इस रास्ते को पूरी तरह से सील कर यहां पर एसएसबी के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति हुई है। एसडीओ अमीत कुमार ने बताया कि इन लोगों के रहने के लिए वीरगंज के महावाणिज्यदूतावास के द्वारा ठाकुर राम कॉलेज में व्यवस्था की गयी है। 
 
 
यहां पर लॉकडाउन की अवधि में ये लोग रह सकते है और इन्हे भोजन भी भारत सरकार के द्वारा कराया जाएगा। इन सब के बीच सीमा पर फंसे लोगों में सैकड़ो बच्चें भी जिनको सुबह से खाना पीना नहीं मिलने के कारण बच्चे काफी परेशान थे। सीमा पर फंसे लोगों की एक ही मांग की थी कि उन्हे उनके घर जाने दिया जाए। लेकिन प्रशासन इसको लेकर तैयार नहीं था। मौके पर  अवर एसडीओ सर्वेश कुमार, डीसीएलआर मनीष कुमार, बीडीओ कुमार प्रशांत, अवर निर्वाची पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अभय कुमार सिंह, हरैया ओपी प्रभारी ध्रुव नारायण प्रसाद सहित इमिग्रेशन के ए के पंकज व अन्य अधिकारी व सैकड़ो की संख्या में जवान मौजूद थे।
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