मोतिहारी
रक्सौल में कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क
By Deshwani | Publish Date: 16/3/2020 8:14:36 PMरक्सौल।अनिल कुमार। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के एडिशनल डाइरेक्टर (अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक) डॉ नागेश्वर प्रसाद ने सोमवार को रक्सौल पहुंच कर सीमाई क्षेत्रो में कोरोना को लेकर किये जा रहे जागरूकता व जांच कर समीक्षा की।इस दौरान श्री प्रसाद ने रक्सौल पीएचसी के डॉक्टरो की टीम के साथ आइसीपी परिसर में पहुंचे। जहां निरीक्षण किया।
निरीक्षण के उपरान्त इमिग्रेशन कार्यालय पहुंचे। जहां पर उन्होने पूर्व से हो रहे जांच की समीक्षा की। जांच के बाद उन्होने बताया कि सभी बुखार कोरोना नहीं हो सकता है लेकिन कोरोना बुखार के साथ ही आता है।उन्होने कहा कि कोरोना वायरस का बचाव सफाई ही उपचार है। लोगों को गलतफहमी में नही पड़ना है। कोरोना का वायरस मुंह, नाक व आंख से ही शरीर के अंदर प्रवेश कर सकता है।
इसी कारण से मुंह, नाक को ढ़कने के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। वहीं आंख के संबंध में उन्होने कहा कि आंख ढ़कने वाली चीज नहीं है, जिस कारण हाथो को हमेशा दिन भर में कम से कम पांच बार आधा मिनट तक साबुन लगाकर साफ करे। सफाई से कोरोना पास नहीं आ सकती है। अतिरिक्त निदेशक श्री प्रसाद ने रक्सौल पहुंचने पर पीएचसी पहुंच कर स्थानीय चिकित्सको के साथ एक समीक्षात्मक बैठक की।उन्होने बताया कि पूर्वी चंपारण में एक भी कोरोना का पॉजेटिव मरीज नहीं मिला है।
6 संदिग्ध जिनकी जांच चल रही थी, उसमें तीन के अंदर किसी प्रकार का लक्षण नहीं पाया गया है। वहीं 3 की जांच चल रही है। रक्सौल डंकन अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।आइसीपी और रक्सौल सीमा चौकी पर स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे कार्यरत है। मौके पर पीएचसी प्रभारी डॉ शरतचंद्र शर्मा, डॉ एस के सिंह, डॉ शमीम, युनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार सहित अन्य कई मौजूद थे।