कोरोना वायरस को लेकर भारत-नेपाल सीमा स्थित एकिकृत जाँच चौकी पर गुरूवार को डीएम ने अधिकारियों के साथ किया बैठक
रक्सौल। अनिल कुमार। कोरोना वायरस को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित एकिकृत जाँच चौकी पर गुरूवार को डीएम ने अधिकारियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। भारी चुनौती साबित हो रही कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियो की समीक्षा को लेकर इस बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें जिलाधिकारी शिर्षत कपिल अशोक के साथ-साथ भारतीय दूतावास के अधिकारी व अन्य विभाग के पदाधिकारी भी मौजूद थे। आइसीपी के सभागार में आयोजित बैठक के दौरान डीएम ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। जागरूकता ही इससे बचाव है। हम सभी को आपस में समन्वय स्थापित कर इससे निपटने की तैयारी करनी है। इसी को लेकर इस बैठक का आयोजन किया गया है। डीएम श्री अशोक ने कहा कि नेपाल से आने वाले सभी जांच होनी होनी चाहिए। इसके लिए सीमा पर टीम को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होने भारत-नेपाल सीमा से लगे जिले के 12 चिन्हित चेक प्वाइंट पर मेडिकल टीम की तैनाती करने का निर्देश पूर्वी चंपारण के मुख्य शल्य चिकित्सा पदाधिकारी को दिया। उन्होने रक्सौल बीडीओ कुमार प्रशांत व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरतचंद्र शर्मा को निर्देश दिया कि वे गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाये, जिससे की लोग इस जानलेवा बिमारी के प्रति जागरूक हो सके। उन्होने कहा कि जागरूकता के बाद ही इस बिमारी से बचाव हो सकता है।
बैठक के दौरान डीएम श्री अशोक ने कहा कि रक्सौल के डंकन अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जहां पर शक होने पर मरीजो को रखा जाना है। संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे तुरंत रेफर करने की बात कहीं गयी। डीएम ने कहा कि अभी 3 थर्मामिटर है, 15 की मांग की गयी है। सभी टीम के पास थर्मल थर्मामिटर उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होने साफ किया कि पूर्वी चंपारण में अभी एक भी कोरोना का मरीज नहीं मिला है, लेकिन रक्सौल सीमा पर होने के कारण यहां पर जागरूकता जरूरी है। वहीं बैठक में स्थानीय अधिकारियों के द्वारा कस्टम से नेपाली स्टेशन के तरफ जाने वाले सड़क के जर्जर होने व मैत्री पुल की बात उठायी गयी। जिसपर डीएम ने स्थानीय अधिकारियों से पूछताछ कि तो एसडीओ ने कहा कि वह सड़क पता नहीं चल पाता है कि भारत की भूमि में है या नेपाल में। जिसके बाद दूतावास के सीजी नीतेश कुमार ने बताया कि वह सड़क भारत में है। डीएम ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही उस सड़क का निर्माण कराया जायेगा।
बैठक के बाद वे मैत्री पुल का निरीक्षण करने भी पहुंचे। मौके पर एसडीओ अमीत कुमार, सिविल सर्जन डॉ रिजवान अहमद, डीएसपी संजय कुमार झा, डीसीएलआर मनीष कुमार, बीडीओ कुमार प्रशांत, नप के कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद, इंस्पेक्टर अभय कुमार सिंह, कस्टम के सहायक आयुक्त आशुतोष कुमार सिंह, अधीक्षक बी के मिश्र, पीएचसी प्रभारी डॉ शरतचंद्र शर्मा, आइसीपी के प्रबंधक विशाल मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे।