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मोतिहारी
चिरैया में गबन के आरोप में ग्रामीणों ने एचएम को बनाया बंधक
By Deshwani | Publish Date: 4/1/2020 9:51:16 PM
चिरैया में गबन के आरोप में ग्रामीणों ने एचएम को बनाया बंधक

मोतिहारी/चिरैया राशि निकासी के बाद भी छात्रों को छात्रवृत्ति की राशि नही देने तथा विभाग को फर्जी रिपोर्ट देकर करीब साढ़े पांच लाख रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए छात्रों व अभिभावकों ने रविवार को स्कूल में जमकर बवाल काटा। वही तीन घण्टें तक एचएम को कमरे में बंधक बना कर नारेबाजी भी किया। मामला प्रखंड के ऐतिहासिक धरोहर गांधी आश्रम मधुबनी स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्थापित राजकीय बुनियादी विद्यालय का है।

 
 
हंगामा कर रहे छात्रों व अभिभावकों ने बताया कि वितीय वर्ष 2012-13 व 2013-14 तथा 2015-16 में आवंटित छात्रवृति की राशि की निकासी कर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सतेन्द्र प्रसाद ने हजम कर लिया है तथा छात्रों का फर्जी हस्ताक्षर कर विभाग को पूर्व में हीं रिपोर्ट सौंप दिया है। हैरत की बात तो यह है कि मोतिहारी में रहकर पढ़ाई करने वाले करीब एक सौ छात्रों के नाम पर राशि का उठाव कर लिया है। इतना ही नही प्रधानाध्यापक ने माता-पिता के सरनेम में परिवतर्न कर अपनी पुत्री का नाम पिछड़ा वर्ग व सामान्य जाति की सूची में अंकित कर राशि की निकासी कर हजम कर लिया है। 
 
 
आक्रोशित बच्चों व अभिभावकों ने बताया कि उक्त वितीय वर्ष के नैपकीन, मुख्यमंत्री दर्शन योजना व विकास मद की राशि का उठाव कर भी बंदरबांट कर लिया गया है। जिसको लेकर कई बार बीईओ को आवेदन पत्र भी दिया गया। बावजूद इसके बीईओ ने मामले की जांच करना मुनासिब नही समझा है। तब गत वर्ष सितम्बर माह में सभी साक्ष्यों के साथ डीएम और डीईओ को आवेदन पत्र दिया गया। लेकिन करीब चार माह बीत जाने के बाद भी इन अधिकारियों ने मामले की जांच करना मुनासिब नही समझा है। जिसके कारण शनिवार को छात्रों व अभिभावकों का धैर्य टूट गया और वेलोग स्कूल पहुंच हंगामा करने लगे। 
 
 
आक्रोशित लोगों ने स्कूल में डीएम को बुलाने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए शिक्षा विभाग के किसी कनीय अधिकारी की सूचना पर चिरैया पुलिस पहुंच कर मामले को शांत करते हुए एचएम को बन्धनमुक्त कर थाने लेकर आई। जहां 25 दिनों के भीतर छात्रवृति समेत सभी मदों की राशि का वितरण करने के लिखित अनुबन्ध पत्र के बाद एचएम सतेन्द्र प्रसाद को मुक्त किया गया। ग्रामीणों ने स्कूल कैम्पस स्थित कटहल के हरे पेड़ को काट कर बिक्री करने तथा स्कूल की कृषि योग्य अठारह कट्ठा भूमि की उपज को भी हजम करने का आरोप लगाया है। एचएम सतेन्द्र प्रसाद ने कहा कि कटहल का पेड़ चिरान मिल में रखा है। वही वर्षों से कृषि योग्य उक्त भूमि का डाक नही हुआ है।
 
 
बीईओ वर्जन:
मैं डीएम साहब की मीटिंग में मोतिहारी में थी। उक्त विद्यालय से सम्बंधित किसी प्रकार की घटना की सूचना या जानकारी हमें या बीआरसी को नही है। अगर किसी तरह की बात होगी या आवेदन होगी तो उसे देखने बाद जांच की जाएगी।
कल्पना कुमारी
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, चिरैया।
 
वर्जन एचएम:
विद्यालय में नौंवी कक्षा की भवन बनाई जानी है। जहां भवन के लिए नेव की खुदाई की गई है। ग्रामीण वहां भवन न बनाकर विद्यालय के दूसरे जमीन पर भवन बनाने के लिए अड़े हुए है। इसी बात को लेकर विद्यालय में विवाह चल रहा है। विद्यालय में सिर्फ वितीय वर्ष-2018-19 का छात्रवृत्ति की राशि का वितरण नही हो सका है। वह भी बच्चों की 75 प्रतिशत वाली सूची विद्यालय में उपलब्ध नही होने के कारण नही हो सकी है। हमसे पूर्व विद्यालय का प्रभारी दूसरा कोई था। वैसे विद्यालय के एचएम बहुत सारी बातों को बताने से परहेज भी किया।
सत्येंद्र प्रसाद
प्रधानाध्यापक
रा. बुनियादी विद्यालय मधुबनी आश्रम, चिरैया।
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