मोतिहारी के चांदमारी गुमटी पर ट्रेन की चपेट में आने से 10 वीं की दो छात्राओं की मौत, ट्यूशन के लिए निकली थी बेलबनवा स्थित आवास से
मोतिहारी। मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलखंड पर बापूधाम स्टेशन से सटे चांदमारी गुमटी के पास सोमवार की सुबह 10 वीं की दो छात्राएं ट्रेन की चपेट में आ गई। जिससे दोनों छात्राओं की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। दोनों छात्राएं इस जिले के बाहर की मूल निवासी थी। जो शहर के बेलबनवा में अलग-अलग जगह रहकर पढ़ाई करती थी। दोनों मृत छात्राओं की पहचान आकांक्षा कुमारी व श्वेता के रूप में हुई है।
दोनों के संस्कृत की कॉपियां पर यही नाम अंकित हैं। दोनों छात्राएं शहर के एमजेके गर्ल्स इंटर कॉलेज में 10 वीं की छात्रा थी। दोनों के शव आज सुबह करीब साढ़े 8 बजे सदर अस्पताल में पहुंचते ही छात्राओं के परिजन वहां पहुंचने लगे। इसके बाद सदर अस्पताल का माहौल काफी गमगीन हो गया। आकांक्षा के फूफा बेलबनवा निवासी अजीत कुमार श्रीवास्तव भी हृदय विदारक घटना की सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचे थे। इनका रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं मृतक श्वेता के भाई विनय ने पत्रकारों को बताया कि वह आज सुबह 6 बजे नरेन्द्र सर के पास मैथ पढ़ने के लिए निकली थी।
दोनों छात्राएं आज सुबह 6 बजे बेलबनवा स्थित अपने आवास से शांतिपुरी स्थित अपने कोचिंग के लिए निकली थी। बेलबनवा से शांतिपुरी कोचिंग जाने के लिए ये दोनों छात्राएं चांदमारी गुमटी की तरफ आखिर क्यों गई थी। यह लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है। कई लोग अलग-अलग तरह का अंदेशा लगा रहे है। कुछ कह रहे है कि वह अपने की सहेली को अपने साथ लेने के लिए उधर गई होंगी। किसी ने यहां तक कहा कि दोनों ने अपनी किसी सहेली से फोनकर के कहा था कि वह आज कोचिंग नहीं आ सकेगी। शायद कभी नहीं। लेकिन इस बात के कोई पुष्ट प्रमाण नहीं मिले हैं। न ही उनके परिजन ने इस तरह की कोई बातें बताईं हैं। लिहाज जांच के के बाद ही किसी अन्य नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा।
घटना के बाद दोनो लाश ट्रैक पर होने के कारण ट्रेनों का पारिचालन ठप हो गया। उसके बाद बापूधाम स्टेशन पर तैनात स्टेशन मास्टर दिलीप कुमार, इंजीनियरिंग विभाग के कृष्णचंद्र प्रसाद और पोर्टर रामनाथ घटना स्थल पर पहुंच शव को ट्रैक से उठाकर किनारे रखा। उसके बाद ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हो सका। सूचना मिलने के बाद जीआरपी के प्रभारी थानाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव, दारोगा राममोहन सिंह एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। इस दौरान घटना स्थल पर लोगों की भीड़ जमी रही।
बताया गया है कि दोनो छात्राएं अपने घर से सुबह 6 बजे संस्कृत की कोचिंग के लिए अपने घर से निकली थी। इसी क्रम में नरकटियागंज से मुजफ्फरपुर जाने वाली 63338 इएमयू ट्रेन बापूधाम स्टेशन पर रुकने के बाद 6.12 मिनट पर बापूधाम स्टेशन से खुली और 6.13 में दोनों छात्राओं को डैस करते हुए आगे की ओर निकल गई। इधर रेल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद लाश स्वजनों को सौंप दिया है।
मृतक श्वेता कुमारी उम्र 15 वर्ष पश्चिमी चम्पारण में बैरिया थाना के भीतहां निवासी प्रोफेसर उमेश राम की पुत्री थी। श्वेता के पिता गोपालगंज के बीएम इंटर कॉलेज में प्रोफेसर हैं। श्वेता बेलबनवा स्थित चंद्रा निवास में किराए लेकर अपने भाई के साथ रहकर पढ़ाई कर रही थी। वह विनय व अन्य दो भाइयों के साथ रहकर पढ़ाई करती है। जिसमें विनय सबसे बड़े भाई हैं। जबकि अभिनव व अभिनीत उनके छोटे भाई हैं।
जबकि दूसरी मृत छात्रा आकांक्षा राज सुपौल निवासी सहार इंडिया कर्मी सुमन कुमार श्रीवास्तव की पुत्री थी। आकांक्षा राज बेलबनवा निवासी अपने फूफा अजीत कुमार श्रीवास्तव व फूआ बसंती देवी के घर पर रहकर पढ़ाई कर रही थी।