बिहार
रक्सौल में नौनिहालों की मौत देख ग्रामीणों में दहशत
By Deshwani | Publish Date: 29/11/2019 6:59:25 PMरक्सौल। अनिल कुमार। महज एक सप्ताह के अंदर नगर परिषद क्षेत्र के एक ही कस्बा के वार्ड नम्बर 8 एवं 9 में सात बच्चों की मौत हो गयी है जबकि आठवां बच्चा अस्पताल में भर्ती है।लगातार नवजात शिशुओंं की हो रही मौत से स्थानीय ग्रामीण दहशत में है। आज तुम्हारी कल हमारी के तर्ज पर प्रतिदिन लगातार बच्चों के मौत से उक्त दोनों मुहल्ला में मातम छा गया है। यह घटना नगरपरिषद के वार्ड संख्या 8 एवं 9 के ग़ांधी नगर व इश्लामपुर की है जहां प्रतिदिन नवजात बच्चे मर रहे है।हालांकि मरने का कारण स्पष्ट नही हो रहा है। मरने वाले बच्चोंं में स्थानीय ग्रामीण काली चरण के नाती जिसको जन्म लिए मात्र 18 रोज हुए थे की उसकी मौत 28 नवम्बर को हो गयी।
दूसरा हनीफ मियां के पोता जो 19 दिन का था जिसकी मृत्यु 28 नवम्बर को महज पाच मिनट के अन्दर चकता होने और नाक से खून गिरने के साथ ही हो गया। टीहाई की 18 दिन की पूत्री की भी मौत 22 नवम्बर को हो गयी। गांधी नगर निवासी राजा की 22 दिन की पूत्री की मौत 29 नवम्बर को हो गई। गांधीनगर से सटे मुहल्ला इस्लामपुर निवासी शमीम मिया के 23 दिन की पूत्री की मृत्यु 28 नबंबर को हो गयी। जबकि इस्लामपुर के ही रुकसाना की 22 दिन की पूत्री की मौत विगत दिनों पूर्व हो गयी। इस्लामपुर निवासी म सलाउद्दीन की तीन माह का पूत्र को चकता और नाक से खून आने के बाद गंभीर हालत में उसे डंकन अस्पताल में दो रोज पूर्व भर्ती कराया गया है ।जहां उपचार जारी है। वही जेहरा खातून का कहना है कि इश्लामपुर में दो बच्चे मरे है और एक जो भर्ती है वो मेरे ही घर का है। उक्त महिला ने कहा कि बच्चा दिनभर एक दम स्वस्थ ही रह रहा है और सोने के बाद सुबह जगने पर बच्चे के नाक से खून निकलते देखा जारहा है और बच्चा मर जारहा है। ये सब इतना जल्दी हो रहा है कि उपचार के लिए अस्पताल लेजाने का भी समय नही मिल पारहा है।
स्थानीय ग्रामीण अजय कुमार,अख्तर मिया,काली चरण,आजाद खान,राम दयाल सर्राफ आदि ने बताया कि सरिसवा नदी के विषैले पानी और दूर्गंध से संक्रमित बीमारियां बच्चो में फैल रही है। जिस कारण बच्चोंं की मौत हो रही है। जबकि कूछ महिलाओं कहना है कि जिस घर के पास काग के बोलने और बिल्ली के रोने का आवाज आरहा है उसके बाद उस घर का बच्चा मर जा रहा है। इस अजिबोगरिब घटना से जहां मृतक बच्चों के परिजनों में कोहराम मच गया है। स्वास्थ्य विभाग और अधिकारी अनभिज्ञ है। नगर परिषद भी इसे गंभीरता से नही लिया। नतिजतन इस रोग का उपचार के लिए कोई साकारात्मक कदम स्थानीय प्रशासन द्वारा नही उठाया जा सका। इस घटना से इस दोनो मुहल्ला के लोग रातभर रतजगा कर अपने बच्चो की निगरानी कर रहे है।वही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र डॉ शरत चंद शर्मा ने पूछने पर बताया कि मुझे इसकी जानकारी नही थी,अभी जानकारी मिली है।