ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
मोतिहारी
2006 से स्कूल में कार्यरत शिक्षक पुलिस की नजर में डेढ़ दशक से है फरार
By Deshwani | Publish Date: 1/10/2019 1:03:48 PM
2006 से स्कूल में कार्यरत शिक्षक पुलिस की नजर में डेढ़ दशक से है फरार

2016 में पंचायत समिति सदस्य के रूप में निर्वाचित अशोक पासवान चिरैया थाना में शांति समिति की बैठक में भाग लेता रहा लेकिन पुलिस के नजर में फरार रहा
 
चिरैया। मधुबन धमाके में आरोपित अशोक पासवान और शशिभूषण पासवान की गिरफ्तारी से पुलिस की कार्य संस्कृति पर सवाल उठने लगा है। पुलिस दोनों को डेढ़ दशक से खोज रही थी। जबकि दोनों अलग-अलग पदों पर आसीन होकर प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष उपस्थित होते रहे है। फिर भी पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए खाक छान रही थी। 
 
खड़तरी मध्य पंचायत के मुखिया परमहंस भगत ने कहा कि शशिभूषण पासवान वर्ष 2006 से नियोजित शिक्षक के पद पर आसीन है। वे अपने नियोजन काल से ही नवसृजित राजकीय प्राथमिक विद्यालय भाला टोला खड़तरी में कार्यरत है। वे प्रतिदिन स्कूल में उपस्थित होकर छात्रों को शिक्षा देते है तथा अपनी उपस्थिति दर्ज करते है। ऐसे में वह फरार कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक पर नक्सली होने का आरोप लगाना हास्यास्पद है। मुखिया का कहना है कि शशिभूषण पासवान का चिरैया थाना में भी आना जाना हुआ करता था। 
 
इधर प्रखंड प्रमुख मीना देवी के प्रतिनिधि अच्छेलाल प्रसाद यादव ने बताया कि अशोक पासवान वर्ष 2016 से पंचायत समिति सदस्य के रूप में निर्वाचित होकर कार्य कर रहें हैं। जिसने अपने निर्वाचन का प्रमाण पत्र पुलिस की उपस्थिति के बीच निर्वाची पदाधिकारी से प्राप्त किया था। उसके बाद वह प्रखंड प्रमुख व कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा प्रखंड परिसर में आयोजित पंचायत समिति के सभी बैठकों में उपस्थित होते आया है। जहां सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद रहते है। इतना ही नही अशोक पासवान ने चिरैया थाना में विभिन्न पर्व-त्योहार के मौके पर आयोजित हुई शांति समिति की बैठक में भी भाग लिया है। लोग दबी जुबान पुलिस की कार्य संस्कृति पर सवाल उठाने लगे है। 
 
एएसपी अभियान एचएस गौरव का कहना है कि 23 जून 2005 को मधुबन स्थित एसबीआई की शाखा पर हुए हमला हुई थी। जिसमें मधुबन थाना ने लगभग 150 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। जांच के क्रम में दोनों की संलिप्ता उजागर हुई थी। दोनों उक्त कांड का अप्राथमिकी अभियुक्त है। जो जांच के क्रम में घटना में संलिप्त पाया गया है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS