मोतिहारी
हरतालिका तीज श्रद्धा के साथ संपन्न, महिलाओं ने निर्जला व्रत रख भगवान शंकर व पार्वती की पूजन कर पति के दीर्घायु की कामना की
By Deshwani | Publish Date: 3/9/2019 1:15:13 PMरक्सौल। अनिल कुमार। हरतालिका तीज प्रखंड में पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। महिलाओं ने निर्जला व्रत रख भगवान शंकर व माता पार्वती की विधि विधान से पूजन कर पति के दीर्घायु की कामना की। कन्याओं ने भी हरतालिका तीज पर उपवास रखकर मनोकामना पूरी करने का वरदान मांगा। शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। घरों में रात भर भजन-कीर्तन का महिलाओं ने रात्रि जागरण किया।
आचार्य कृष्णकांत मिश्रा ने बताया कि इस पर्व को हरतालिका इसलिए कहते हैं कि इसी दिन पार्वती की सहेलियां उन्हें पिता के प्रदेश से हर कर जंगल में ले गई। जंगल में पार्वती ने भगवान शंकर को वर के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तप किया। इस पर प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने पार्वती को अपनी अर्द्धागनी के रूप में स्वीकार किया। हर का अर्थ है हरण व अलिका का अर्थ है सहेलियां। इसीलिए इस पर्व का नाम हरतालिका पड़ा।
मान्यता है कि हरतालिका तीज का निर्जला व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और कुंवारी कन्याओं को मन पसंद वर प्राप्त होता है। इसी कामना को लेकर मंगलवार को जिले भर में हरतालिका पर्व पर महिलाओं व कन्याओं ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर मनोकामना पूरी होने का वरदान मांगा।
भारी संख्या में महिलाओं ने सुबह स्नान कर शिव मंदिर में पूरी श्रद्धा के साथ पूजन कर व्रत का संकल्प लिया। शाम को मिट्टी की शिव-पार्वती की मूर्ति बनाकर पूजन किया और कथा श्रवण किया। कुछ स्थानों पर महिलाओं ने सामूहिक रूप से कथा पूजन का आयोजन किया।कथा श्रवण कराने वाले आचार्य को दान दक्षिणा दी। व्रत कर रही महिला पूर्णिमा भारती ने बताया कि हरितालिका व्रत अखंड सौभाग्य के लिये किया जाता है इसमें भगवान शंकर की उपासना कर महिलाये रतजगा कर सुहाग के कामना के किये व्रत रखती है।
वही बीरगंज नेपाल में हरितालिका व्रत पर महिलाओं ने जमकर नृत्य संगीत में भाग लिया। बता दें की हरितालिका व्रत (तीज पर्व) नेपाल में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।