रक्सौल में हुई अंबेदकर ज्ञान मंच की बैठक, सामाजिक कुरीतियों को समूल नाश करने का संकल्प
रक्सौल।अनिल कुमार।
सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति आंदोलन के लिए समर्पित संस्था अम्बेडकर ज्ञान मंच की बैठक मथुरा राम की अध्यक्षता में रविवार को शहर के गुदरी हजरा प्रा. विद्यालय परिसर में आहूत की गई।
इस बैठक में सांगठनिक विस्तार के साथ अनुमंडल स्तर पर वार्ड स्तरीय कमिटी गठित करने का निर्णय लिया गया। मंच के संस्थापक मुनेश राम ने समाज के अभिवंचित वर्गों का आह्वान करते हुए कहा कि मंच का उद्देश्य सामाजिक उत्थान के साथ ही पाखण्ड व अंधविश्वास जैसे सामाजिक कुरीतियों का समूल नाश कर सामाजिक पिछड़ेपन को दूर करना है। इसके लिए हमें सामाजिक एकजुटता व शैक्षणिक विकास को ही मुख्य लक्ष्य बनाना होगा। जिसमें नशा का नाश कर युवा वर्ग को शिक्षा व व्यवसाय की ओर उन्मुख करना जरूरी है। संयोजक राजेन्द्र राम ने कहा कि बाबा साहेब का उद्देश्य है। शिक्षा के माध्यम से सामाजिक उत्थान करना है। जिसकी प्राप्ति बगैर सामाजिक विकास की कल्पना बेमानी होगी।
सिकटा के समाजसेवी अरविंद कुमार रवि ने कहा कि बाबा साहेब के 22 प्रतिज्ञाओं को आत्मसात किये बगैर अंधविश्वास,पाखण्ड व भय के माहौल से समाज को बाहर निकाल पाना मुश्किल है। मंच के अध्यक्ष मथुरा राम ने अम्बेडकर ज्ञान मंच के माध्यम से सभी समस्याओं का समाधान किया जा सकता हैजिसे मजबूती के साथ आगे बढ़ाना होगा। आगामी 14 अक्टूबर को मंच का स्थापना दिवस काफी धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें अपेक्षित सहयोग की जरूरत है। चन्दकिशोर पाल ने बताया कि रक्सौल में स्थित संविधान निर्माता बाबा साहेब की प्रतिमा का उन्नयन जरूरी है। इसके लिए हमें सामाजिक एकजुटता के साथ मंच को मजबूत कर अपने सामाजिक लक्ष्यों को पूरा करने की जरूरत है। साथ ही सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मंच के सदस्यों या अभिवंचित वर्ग के लोगों के खिलाफ कोई जुर्म या ज्यादती होगी तो मंच उसके समाधान के लिए कृत संकल्पित है। भूमिहीन दलितों व पिछड़ों को सरकार के द्वारा निर्धारित 6 डिसमल आवासीय भूमि मुहैया कराने,लक्षित 100 निशुल्क शिक्षण केंद्र,कम्प्यूटर शिक्षण केंद्र आदि खोलने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। मौके पर ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक राजेन्द्र राम,अरविंद कुमार रवि, जेएसएस मिथलेश कुमार मेहता, सकलदेव राम, हरेंद्र राम, बिट्टू गुप्ता, मुखिया आलोक राय नट, नंदू राम, भाग्य नारायण साह, ताराचंद राम, रविन्द्र राम, गुरुदेव पासवान, अमल राम भक्त, जगन राम, शाहजहां अंसारी, अरविंद कुमार रजक, दिनेश राम, गौतम कुमार राम, सुरेंद्र राम,रामेश्वर राम व सोहन राम आदि सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।