रक्सौल। अनिल कुमार।
रक्सौल के श्रीसत्यनारायण पंचायती मारवाड़ी मंदिर के सभागार में भाजपा की प्रखर नेता पूर्व विदेश मंत्री को सीमा जागरण मंच, भारत विकास परिषद, संभावना एवं बिहार प्रादेशिक सम्मेलन द्वारा संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि दी गई।
सीमा जागरण मंच के प्रांतीय अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने सुषमा स्वराज को देश की सबसे तेज तर्रार नेता के रूप में याद करते हुए कहा कि उन्होंने जब भी कोई दायित्व मिला उन्होंने उस पद के न्याय करते हुए देश को नयी ऊँचाई प्रदान की। रवीन्द्र मिश्रा ने सुषमा जी का निधन किसी आघात से कम नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे उनकी विद्वता का कायल थे तथा उनसे प्रेरित भी थे। कैलाश चन्द्र काबरा ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके निधन से सात समंदर पार में भी शोक की लहर है। वैसे परिवार जो किसी कारण किसी देश में फँसे भारतीयों को न केवल मुश्किल हालात से निकाला बल्कि उनकी जिंदगी भी बचायी। महिला नेता पूर्णिमा भारती ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सुषमा स्वराज को महिला सशक्तीकरण को राजनीतिक पहचान देने वाली कुशल राजनीतिज्ञ बताया। उनका जाना देश के लिए बहुत बडा़ आघात है।
कवि इन्द्रदेव कुँवर ने अपनी कविताओं के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की। संभावना अध्यक्ष भरत गुप्ता ने सुषमा जी का इस जहाँ से भारतीय राजनीति में एक शून्यता को बताया। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष डा. राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए सुषमा जी को पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गाँधी के बाद सबसे सशक्त नेता करार दिया। जदयू के युवा नेता सन्नी पटेल ने सुषमा जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सुषमा जी का व्यक्तित्व ऐसा था जो वे हर दल में उनकी स्वीकार्यता थी तथा विपक्षी दल भी उनकी बातों को पूरे धैर्य से सुनते थे।
अंत में दो मिनट मौन रखकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस मौके पर पूर्व नगर सभापति ओमप्रकाश गुप्ता, पन्ना लाल प्रसाद, रजनीश प्रियदर्शी, नरेन्द्र सिंह, डा आरपी सिंह, कैलाश चन्द्र काबरा, नीतेश सिंह, डा अमरेन्द्र कुमार, शिव कुमार केशान, उमेश सिकरिया, सीताराम गोयल, जगदीश प्रसाद, रमेश अग्रवाल, सीता पाण्डेय, भोला पाण्डेय, सन्नी पटेल व राजकुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे।