मोतिहारी
महिला के मौत के बाद सड़क पर शव रखकर लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन, अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप
By Deshwani | Publish Date: 1/8/2019 3:17:50 PMरक्सौल। प्रखण्ड के लक्षमनवा निवासी चन्देश्वर राम की पत्नी लालमूनी देवी को प्रसव पीड़ा होने पर पीएचसी में बुधवार की सुबह 5 बजे भर्ती कराया। जिसने प्रसव के दौरान लड़का को जन्म दिया। इस दौरान होनेवाले रक्तस्राव बंद नही हो रहा था। उस वक्त केवल एक एएनएम थी। रक्तस्राव बंद नही होने पर उसे पानी चढाया गया। फिर बाद में अस्पताल कर्मियों ने हालत नाजूक बताते हुए डंकन अस्पताल मे रेफर कर दिया गया। जिसकी मृत्यु रास्ते मे ही हो गयी।
वहीं परिजनों का आरोप कि एएनएम की लापरवाही से मौत हूई। उपरोक्त जानकारी देते हुए आक्रोशित परिजनों ने बताया कि लालमुनि देवी को आज सुबह करीब 6 बजे लड़का पैदा हुआ उसके बाद शरीर से खून का बहाव कम नही हो रहा था। जिसकी शिकायत हमलोगों ने वहा उपस्थित एएनएम से भी किया गया। परंतु एएनएम द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई। एएनएम के अलावा कोई चिकित्सक नही था।
कुछ देर बाद लालमुनि देवी को पानी चढ़ाना शुरू किया गया। फिर बाद में बताया गया उक्त महिला का तबियत ज्यादा खराब है व उक्त महिला को डंकन भेज दिया गया। घर वालों का आरोप है कि डंकन भेजने से पहले ही उस महिला का मौत अस्पताल के लापारवाही से हो गया क्योंकि उस वक्त जिस चिकित्सक का ड्युटी था वो भी नही थे। महिला को जबरन शाम करीब 4 बजे डंकन भेज दिया गया। जहा महिला को मृत बताया गया।
इस घटना के विरोध मे आक्रोशित परिजनों द्वारा सड़क पर शव रखकर टायर जलाकर विरोध प्रर्दशन जारी है। इस दौरान पीएचसी के खिलाफ नाराबाजी भी किया गया। घटना की सूचना पर पुलिस वहांं पहूंचकर कर स्थिति नियंत्रित करने मे लगे है। लेकिन आक्रोशित परिजन अभी तक शांत नही हुए है।
इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डॉ शरतचंद्र शर्मा से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मरीज आयी जिसका प्रसव हो गया। जिसके प्रसूति के क्रम मे शरीर से खून का स्त्रावण काफी ज्यादा होने लगा जिसके बाद स्थिति सही नही होने पर उसे डंकन रेफर किया गया जिसके बाद रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। वही उन्होंने बताया कि डॉ अमित जायसवाल मौजूद थे, जिन्होंने जाँच कर रेफर किया।।