मोतिहारी। शिवेश झा। प्रखण्ड क्षेत्र में दूसरी बार आयी बाढ़ का पानी अब कम होने लगा है। फिर भी अभी नगर व प्रखंड के कई गांव बाढ़ के पानी से चारों ओर से घिरा है। जिसमें नगर के वार्ड एक के नयकाटोला, वार्ड चौदह सोनारटोली, करमवा के केकड़वा, उनवा सहित दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से चारो तरफ से घिरा है।
प्रखण्ड कार्यालय स्थित मनरेगा कार्यालय में भी घुटने भर पानी पार कर कर्मी कार्यालय में काम कर रहे है। अब भी सुगौली के जनता चौक से होते हुए करमवा रघुनाथपुर मार्ग में वाहनों का परिचालन कई डायवर्सन के उपर से पानी बहने से बाधित है। जिससे नदी के उत्तर की तरफ के करीब आधा दर्जन पंचायतों के लाखों की आबादी करीब बीस किलोमीटर दूर का चक्कर काट बेला नहर के रास्ते आवश्यक कार्यों से आ जा रहे है।
वही केकड़वा, उनवा, लक्ष्मीपुर, मनसिंघा आदि गांव बाढ़ के उतरने के साथ ही कई बाढ़ जनित रोगों के शिकार हो रहे है। जिनके इलाज का सरकारी स्तर पर कोई समुचित ब्यवस्था अबतक नही की जा सकी है।
बाढ़ पीड़ितों को अबतक नही मिली सरकारी सहायता
प्रखण्ड क्षेत्रों में पन्द्रह दिनों लगातार दो बार आयी बाढ़ ने कई मुश्किल खड़ा कर दिया है। जिसमें खाने पीने से कपड़ा, अनाज जैसे तमाम बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव झेल रहे है। बाढ़ के दिनों में कुछ जगहों पर सामुदायिक किचेन शेड चला। पर यह ऊंट के मुंह मे जीरा भर साबित हुआ।