मोतिहारी।
चिरैया। अर्चना रंजन।विगत चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं प्रखंड के कई गांवों में बारिश का लोगों के घर में घुस गया है। जिससे उनके घर में रखे खाने-पीने व सोने आदि की सामग्री भी उसमें भीग गई है।
वहीं मवेशियों के खिलाने के चारा आदि भी पानी के अंदर हो गई है। ऊपर से पानी छूटने के नाम भी नही ले रही है। जिससे लोगों की नरकीय स्थिति हो गई है। बतादें की प्रखंड बरैठा, पटजिलवा, जयपाल टोला, माधोपुर, पिंडारी, खड़तरी, सुन्दरपुर खाप, सरसावा आदि सहित दर्जनों गांवों के निचले इलाके में बसे लोगों के घरों में बरसात का पानी घुस गया है। जिसके कारण इन लोगों का जीवन नारकीय बन गया है। बतादें की चिरैया प्रखंड का 9 पंचायत खोढ़ा, सरौगढ़, मिश्रौलिया, खड़तरी पूर्वी, खड़तरी मध्य, खड़तरी पश्चिमी, राघोपुर, सेमरा, हराजनुरूल्लाहपुर पूर्णतः बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है।
इन पंचायतों के सभी गांव हर आने वाली प्रलयंकारी बाढ़ की चपेट में आने को विवश है। यह पंचायत बूढ़ी गंडक नदी के कारण प्रभावित होते हैं। इधर बरसात के पानी में डूबने के कारण पटजिलवा गांव निवासी विजय साह, सुकदेव पासवान व खुदी पासवान का आवासीय घर गिर गया है। जिसमें सुकदेव पासवान की दुधारू गाय दबकर मर गई। जबकि चिरैया कोठी निवासी भगीरथ यादव की चाहरदीवारी ध्वस्त हो गया है। बरसात के पानी का आलम यह है कि ढाका-मोतिहारी मुख्य पथ में मिश्रौलिया पेट्रोल पंप के पास रोड पर करीब दो फिट पानी बह रहा है। वही चिरैया-खड़तरी रोड में बरैठा गांव के पास सड़क पर पानी का तेज बहाव जारी है। जबकि चिरैया स्थित खादी ग्रामोद्योग और बीआरसी परिसर में रेवार नाला का पानी भर गया है। इधर बूढ़ी गंडक नदी में तीव्र गति से पानी बढ़ रहा है। जिसके कारण नदी तटवर्ती गांवों के लोगों में काफी भय व्याप्त है। लोग किसी अनहोनी की घटना से आशंकित है। बरसात के कारण विगत तीन दिनों से चिरैया सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बंद है। जिसके कारण लोग अंधेरे में रहने को विवश है।
अंचलाधिकारी सचिन्द्र कुमार ने कहा कि बाढ़ की समस्यायों से निपटने की सारी तैयारियां पुरी कर ली गई है।