छुट्टी बाद मोतिहारी के बरकुरवा स्कूल के कमरे में बंद हुआ वर्ग 2 का छात्र, मानवाधिकार अभियान ने की जांच, शिक्षकों ने माना हुई भूल
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क। मोतिहारी प्रखंड के बरकुरवा में राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों द्वारा वर्ग 2 के छात्र को भूलवश वर्ग में छोड़कर स्कूल बंद करने की घटना की जांच की गई।
बताया जा रहा है कि पीड़ित बच्चे के रोने की आवाज पर ग्रामीण जुटे। तब उन्होंने स्कूल का ताला खोलकर बच्चे को बाहर निकाला। बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल था। लिहाजा बच्चा डरा-सहमा हुआ लेकिन सुरक्षित व स्वस्थ्य पाया गया है।
पीड़ित छात्र मोहन पासवान का पुत्र श्याम कुमार है। अगर छात्र श्याम कुमार की रोने की आवाज को लोग-बाग नहीं सुन पाते तो अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। मिली जानकारी के अनुसार छात्र श्याम बीते 2 मई गुरुवार को छुट्टी के बाद स्कूल बंद करने के क्रम में बरकुरवा स्कूल के कमरे में ही भूलवश छूट गया था।
इस घटना की जांच करने जिले के राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के संयोजक राजू बैठा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम स्कूल में गई थी। संयोजक राजू बैठा ने बताया कि इस घटना के बारे में ग्रामीणों, शिक्षकों व प्रधान शिक्षक से बातचीत की गई। प्रधान शिक्षक ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए खेद जताया।
बतया गया है कि शुक्रवार को स्कूल बंद करते समय वर्ग 2 का छात्र श्याम कुमार स्कूल में ही छूट गया था। किसी शिक्षक की नजर उस छात्र पर नहीं जा सकी। बाद में दिन के करीब साढ़े तीन बजे लोगों ने किसी बच्चे की जोर-जार से रोने की आवाज सुनी। ग्रामीण बच्चे की रोने की आवाज सुनकर स्कूल कैम्पस में आए। लोगों ने स्कूल के कमरे का ताला तोड़ा तो बच्चे को बाहन निकाला गया। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त था। लेकिन टीम के जाने के बाद शिक्षकों ने अपनी भूल को माना तब जाकर लोग शांत हुए।
टीम में संयोजक राजू बैठा के साथ मनोज कुमार अकेला, महेश बैठा, जाहिद आलम व पप्पू कुमार रजक शामिल थे।