मोतिहारी के छपवा चौक पर कृषि विभाग के पदाधिरियों के साथ पुलिस रेड, नकली कोराजन दवा जब्त
मोतिहारी। सुगौली। शिवेश झा।
सुगौली थाना क्षेत्र के छपवा बाजार में पुलिस ने खाद व बीज की दुकानों में छापेमारी की। यह रेड FMC कॉरपोरेशन नामक कंपनी के अधिकारियों की शिकायत पर की गई थी। रेड की सूचना पर चौक की अधिकांश दुकानें बंदकर उसके प्रोपराइटर फरार हो गए। लिहाजा पुलिस ने एफएमसी के प्रोड्क्स कोराजोन नामक कीटनाशक (Pesticide) की नकली दवा का स्टॉक पकड़ लिया।
रेड में कंपनी के अधिकारियों के साथ जिला कृषि विभाग के पौध संरक्षण पदाधिकारी अजीत शरण भी मौजूद थे। पुलिस ने बताया कि छपवा चौक चौराहे पर स्थित जय हनुमान खाद भंडार से कोराजोन की 45 डब्बा दवा पकड़ी गई है। पुलिस का कहना है कि कुशवाहा खाद भंडार से भी नकली कोराजन पाए जाने की आशंका थी। लिहाजा टीम के पहुंचने पर दुकानदार फरार हो गए।
Pestiicide मतलब-
pest= कीट
cide- मारना, नाश करना।
Pesticide मतलब कीटनाशक
उसी तरह Suicide= खुद को मारना
Germicide= रोगाणु को मारने वाला
Herbicide मतलब खरपतवार नाशक।
कोरोजन काफी महंगी दवा होती है। 150 एमएल दवा की कीमत करीब एक हजार रुपए होती है।
यहां बता दें की FMC कॉरपोरेशन नामक कंपनी कृषि प्रोडक्स बनाने वाली मल्टीनैशनल कंपनी है। इसकी प्यूराडॉन नामक दवा काफी प्रचलित है। पिछले साल 2018 के नवम्बर में इस कंपनी ने डुपांट नामक कंपनी से कोरोजन दवा को अधिग्रहित कर लिया है।
कंपनी के साथ कृषि विभाग के पदाधिकारी भी रेड में मौजूद-
नकली कोराजेन दवा बेचने की सूचना पर एफएमसी कंपनी के अधिकारियों ने कृषि विभाग को इसकी सूचना दी। जिसपर कंपनी के अधिकारियों के साथ प्रभारी पौध संरक्षण पदाधिकारी अजीत शरण सहित प्रखंड कृषि विभाग के कई अन्य कर्मी शामिल थे। जिन्होंने थाना के छपवा चौराहा स्थित जय हनुमान खाद भंडार से 45 डिब्बा नकली कोराजेन जब्त की गई।
एफएमसी के पदाधिकारी ने दर्ज कराई एफआईआर-
वहीं छापेमारी की सूचना पर अन्य कई खाद दुकानदारों ने अपनी दुकानों में ताला लगा फरार हो गए। जिसमें कुशवाहा खाद भंडार में नकली कोराजेन दवाएं पाई गई। पर आनन-फानन में दुकानदार दुकान छोड़ फरार हो गया। मामले को लेकर कोराजेन दवा की कंपनी एफएमसी के प्रबंधक भीमसेन ने प्रथमिकी दर्ज कराई है। इस बाबत उन्होने बताया कि फसलों के लिए एकमात्र दवा के रूप कोराजेन का प्रयोग किसान करते है। पर इन दुकानदारों द्वारा नकली दवाओं को बेचा जा रहा है। इसकी सूचना कंपनी को मिली। जिसके आधार पर कृषि अधिकारियों के साथ टीम बनाकर छापेमारी की गई। वहीं इस बाबत थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि प्राप्त आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।